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1. {सावधान रहने को चेतावनी} PS इसलिए हमें और अधिक सावधानी के साथ, जो कुछ हमने सुना है, उस पर ध्यान देना चाहिए ताकि हम भटकने पायें।
1. Therefore G1223 G5124 we G2248 ought G1163 to give the more earnest heed G4337 G4056 to the things which we have heard G191 , lest at any time G3379 we should let them slip G3901 .
2. क्योंकि यदि स्वर्गदूतों द्वारा दिया गया संदेश प्रभावशाली था तथा उसके प्रत्येक उल्लंघन और अवज्ञा के लिए उचित दण्ड दिया गया तो यदि हम ऐसे महान् उद्धार की उपेक्षा कर देते हैं,
2. For G1063 if G1487 the G3588 word G3056 spoken G2980 by G1223 angels G32 was G1096 steadfast G949 , and G2532 every G3956 transgression G3847 and G2532 disobedience G3876 received G2983 a just G1738 recompense of reward G3405 ;
3. तो हम कैसे बच पायेंगे। इस उद्धार की पहली घोषणा प्रभु के द्वारा की गयी थी। और फिर जिन्होंने इसे सुना था, उन्होंने हमारे लिये इसकी पुष्टि की।
3. How G4459 shall we G2249 escape G1628 , if we neglect G272 so great G5082 salvation G4991 ; which G3748 at the first began G2983 G746 to be spoken G2980 by G1223 the G3588 Lord G2962 , and G2532 was confirmed G950 unto G1519 us G2248 by G5259 them that heard G191 him ;
4. परमेश्वर ने भी चिन्हों, आश्चर्यो तथा तरह-तरह के चमत्कारपूर्ण कर्मों तथा पवित्र आत्मा के उन उपहारों द्वारा, जो उसकी इच्छा के अनुसार बाँटे गये थे, इसे प्रमाणित किया। PS
4. God G2316 also bearing them witness G4901 , both G5037 with signs G4592 and G2532 wonders G5059 , and G2532 with divers G4164 miracles G1411 , and G2532 gifts G3311 of the Holy G40 Ghost G4151 , according G2596 to his own G848 will G2308 ?
5. {उद्धारकर्ता मसीह का मानव देह धारण} PS उस भावी संसार को, जिसकी हम चर्चा कर रहे हैं, उसने स्वर्गदूतों के अधीन नहीं किया
5. For G1063 unto the angels G32 hath he not G3756 put in subjection G5293 the G3588 world G3625 to come G3195 , whereof G4012 G3739 we speak G2980 .
6. बल्कि शास्त्र में किसी स्थान पर किसी ने यह साक्षी दी है: “मनुष्य क्या है,
जो तू उसकी सुध लेता है?
मानव पुत्र का क्या है
जिसके लिए तू चिंतित है?
6. But G1161 one G5100 in a certain place G4225 testified G1263 , saying G3004 , What G5101 is G2076 man G444 , that G3754 thou art mindful G3403 of him G846 ? or G2228 the son G5207 of man G444 , that G3754 thou visitest G1980 him G846 ?
7. तूने स्वर्गदूतों से उसे थोड़े से समय को किंचित कम किया।
उसके सिर पर महिमा और आदर का राजमुकुट रख दिया।
7. Thou madest G1642 him G846 a little lower G5100 G1024 than G3844 the angels G32 ; thou crownedst G4737 him G846 with glory G1391 and G2532 honor G5092 , and G2532 didst set G2525 him G846 over G1909 the G3588 works G2041 of thy G4675 hands G5495 :
8. और उसके चरणों तले उसकी अधीनता मे सभी कुछ रख दिया।” भजन संहिता 8:4-6 सब कुछ को उसके अधीन रखते हुए परमेश्वर ने कुछ भी ऐसा नहीं छोड़ा जो उसके अधीन हो। फिर भी आजकल हम प्रत्येक वस्तु को उसके अधीन नहीं देख रहे हैं।
8. Thou hast put all things in subjection G5293 G3956 under G5270 his G846 feet G4228 . For G1063 in that he put all in subjection under G5293 G3956 him G846 , he left G863 nothing G3762 that is not put under G506 him G846 . But G1161 now G3568 we see G3708 not yet G3768 all things G3956 put under G5293 him G846 .
9. किन्तु हम यह देखते हैं कि वह यीशु जिसको थोड़े समय के लिए स्वर्गदूतों से नीचे कर दिया गया था, अब उसे महिमा और आदर का मुकुट पहनाया गया है क्योंकि उसने मृत्यु की यातना झेली थी। जिससे परमेश्वर के अनुग्रह के कारण वह प्रत्येक के लिए मृत्यु का अनुभव करे। PEPS
9. But G1161 we see G991 Jesus G2424 , who was made a little lower G1642 G1024 G5100 than G3844 the angels G32 for G1223 the G3588 suffering G3804 of death G2288 , crowned G4737 with glory G1391 and G2532 honor G5092 ; that G3704 he by the grace G5485 of God G2316 should taste G1089 death G2288 for G5228 every man G3956 .
10. अनेक पुत्रों को महिमा प्रदान करते हुए उस परमेश्वर के लिए जिसके द्वारा और जिसके लिए सब का अस्तित्व बना हुआ है, उसे यह शोभा देता है कि वह उनके छुटकारे के विधाता को यातनाओं के द्वारा सम्पूर्ण सिद्ध करे। PEPS
10. For G1063 it became G4241 him G846 , for G1223 whom G3739 are all things G3956 , and G2532 by G1223 whom G3739 are all things G3956 , in bringing G71 many G4183 sons G5207 unto G1519 glory G1391 , to make the captain of their salvation perfect G5048 G3588 G747 G846 G4991 through G1223 sufferings G3804 .
11. वे दोनों ही-वह जो मनुष्यों को पवित्र बनाता है तथा वे जो पवित्र बनाए जाते हैं, एक ही परिवार के हैं। इसलिए यीशु उन्हें भाई कहने में लज्जा नहीं करता।
11. For G1063 both G5037 he that sanctifieth G37 and G2532 they who are sanctified G37 are all G3956 of G1537 one G1520 : for G1223 which G3739 cause G156 he is not G3756 ashamed G1870 to call G2564 them G846 brethren G80 ,
12. उसने कहा: “मैं सभा के बीच अपने बन्धुओं
में तेरे नाम का उदघोष करूँगा।
सबके सामने मैं तेरे प्रशंसा गीत गाऊँगा।” भजन संहिता 22:22
12. Saying G3004 , I will declare G518 thy G4675 name G3686 unto my G3450 brethren G80 , in G1722 the midst G3319 of the church G1577 will I sing praise G5214 unto thee G4571 .
13. और फिर, “मैं उसका विश्वास करूँगा।” यशायाह 8:17 और फिर वह कहता है: “मैं यहाँ हूँ, और वे संतान जो मेरे साथ हैं। जिनको मुझे परमेश्वर ने दिया है।” यशायाह 8:18 PS
13. And G2532 again G3825 , I G1473 will put my trust G2071 G3982 in G1909 him G846 . And G2532 again G3825 , Behold G2400 I G1473 and G2532 the G3588 children G3813 which G3739 God G2316 hath given G1325 me G3427 .
14. क्योंकि संतान माँस और लहू युक्त थी इसलिए वह भी उनकी इस मनुष्यता में सहभागी हो गया ताकि अपनी मृत्यु के द्वारा वह उसे अर्थात् शैतान को नष्ट कर सके जिसके पास मारने की शक्ति है।
14. Forasmuch G1893 then G3767 as the G3588 children G3813 are partakers G2841 of flesh G4561 and G2532 blood G129 , he G846 also G2532 himself likewise G3898 took part G3348 of the G3588 same G846 ; that G2443 through G1223 death G2288 he might destroy G2673 him that had G2192 the G3588 power G2904 of death G2288 , that is G5123 , the G3588 devil G1228 ;
15. और उन व्यक्तियों को मुक्त कर ले जिनका समूचा जीवन मृत्यु के प्रति अपने भय के कारण दासता में बीता है।
15. And G2532 deliver G525 them G5128 who G3745 through fear G5401 of death G2288 were G2258 all G3956 their G1223 lifetime G2198 subject to G1777 bondage G1397 .
16. क्योंकि यह निश्चित है कि वह स्वर्गदूतों की नहीं बल्कि इब्राहीम के वंशजों की सहायता करता है।
16. For G1063 verily G1222 he took not on G1949 G3756 him the nature of angels G32 ; but G235 he took on G1949 him the seed G4690 of Abraham G11 .
17. इसलिए उसे हर प्रकार से उसके भाईयों के जैसा बनाया गया ताकि वह परमेश्वर की सेवा में दयालु और विश्वसनीय महायाजक बन सके। और लोगों को उनके पापों की क्षमा दिलाने के लिए बलि दे सके।
17. Wherefore G3606 in G2596 all things G3956 it behooved G3784 him to be made like unto G3666 his brethren G80 , that G2443 he might be G1096 a merciful G1655 and G2532 faithful G4103 high priest G749 in things G4314 pertaining to God G2316 , to make reconciliation for G2433 the G3588 sins G266 of the G3588 people G2992 .
18. क्योंकि उसने स्वयं उस समय, जब उसकी परीक्षा ली जा रही थी, यातनाएँ भोगी हैं। इसलिए जिनकी परीक्षा ली जा रही है, वह उनकी सहायता करने में समर्थ है। PE
18. For G1063 in G1722 that G3739 he G846 himself hath suffered G3958 being tempted G3985 , he is able G1410 to succor G997 them that are tempted G3985 .
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