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1. {किसान और बीज का दृष्टान्त} (मरकुस 4:1-9; लूका 8:4-8) PS उसी दिन यीशु उस घर को छोड़ कर झील के किनारे उपदेश देने जा बैठा।
1. The same G1565 day G2250 went G1831 Jesus G2424 out of G575 the G3588 house G3614 , and G2532 sat G2521 by G3844 the G3588 sea side G2281 .
2. बहुत से लोग उसके चारों तरफ इकट्ठे हो गये। सो वह एक नाव पर चढ़ कर बैठ गया। और भीड़ किनारे पर खड़ी रही।
2. And G2532 great G4183 multitudes G3793 were gathered together G4863 unto G4314 him G846 , so that G5620 he G846 went G1684 into G1519 a ship G4143 , and sat G2521 ; and G2532 the G3588 whole G3956 multitude G3793 stood G2476 on G1909 the G3588 shore G123 .
3. उसने उन्हें दृष्टान्तों का सहारा लेते हुए बहुत सी बातें बतायीं। PEPS उसने कहा, “एक किसान बीज बोने निकला।
3. And G2532 he spake G2980 many things G4183 unto them G846 in G1722 parables G3850 , saying G3004 , Behold G2400 , a sower G4687 went forth G1831 to sow G4687 ;
4. जब वह बुवाई कर रहा था तो कुछ बीज राह के किनारे जा पड़े। चिड़ियाएँ आयीं और उन्हें चुग गयीं।
4. And G2532 when he G846 sowed G4687 , some G3739 G3303 seeds fell G4098 by G3844 the G3588 way side G3598 , and G2532 the G3588 fowls G4071 came G2064 and G2532 devoured them up G2719 G846 :
5. थोड़े बीज चट्टानी धरती पर जा गिरे। वहाँ मिट्टी बहुत उथली थी। बीज तुरंत उगे, क्योंकि वहाँ मिट्टी तो गहरी थी नहीं;
5. G1161 Some G243 fell G4098 upon G1909 stony places G4075 , where G3699 they had G2192 not G3756 much G4183 earth G1093 : and G2532 forthwith G2112 they sprung up G1816 , because they had G2192 no G3361 deepness G899 of earth G1093 :
6. इसलिये जब सूरज चढ़ा तो वे पौधे झुलस गये। और क्योंकि उन्होंने ज्यादा जड़ें तो पकड़ी नहीं थीं इसलिये वे सूख कर गिर गये।
6. And G1161 when the sun G2246 was up G393 , they were scorched G2739 ; and G2532 because they had G2192 no G3361 root G4491 , they withered away G3583 .
7. बीजों का एक हिस्सा कँटीली झाड़ियों में जा गिरा, झाड़ियाँ बड़ी हुईं, और उन्होंने उन पौधों को दबोच लिया।
7. And G1161 some G243 fell G4098 among G1909 thorns G173 ; and G2532 the G3588 thorns G173 sprung up G305 , and G2532 choked G638 them G846 :
8. पर थोड़े बीज जो अच्छी धरती पर गिरे थे, अच्छी फसल देने लगे। फसल, जितना बोया गया था, उससे कोई तीस गुना, साठ गुना या सौ गुना से भी ज़्यादा हुई।
8. But G1161 other G243 fell G4098 into G1909 good G2570 ground G1093 , and G2532 brought forth G1325 fruit G2590 , some G3739 G3303 a hundredfold G1540 G1161 , some G3739 sixtyfold G1835 G1161 , some G3739 thirtyfold G5144 .
9. जो सुन सकता है, वह सुन ले।” PEPS
9. Who hath G2192 ears G3775 to hear G191 , let him hear G191 .
10. {दृष्टान्त} (मरकुस 4:10-12; लूका 8:9-10) PS फिर यीशु के शिष्यों ने उसके पास जाकर उससे पूछा, “तू उनसे बातें करते हुए दृष्टान्त कथाओं का प्रयोग क्यों करता है?” PEPS
10. And G2532 the G3588 disciples G3101 came G4334 , and said G2036 unto him G846 , Why G1302 speakest G2980 thou unto them G846 in G1722 parables G3850 ?
11. उत्तर में उसने उनसे कहा, “स्वर्ग के राज्य के भेदों को जानने का अधिकार सिर्फ तुम्हें दिया गया है, उन्हें नहीं।
11. G1161 He G3588 answered G611 and said G2036 unto them G846 , Because G3754 it is given G1325 unto you G5213 to know G1097 the G3588 mysteries G3466 of the G3588 kingdom G932 of heaven G3772 , but G1161 to them G1565 it is not G3756 given G1325 .
12. क्योंकि जिसके पास थोड़ा बहुत है, उसे और भी दिया जायेगा और उसके पास बहुत अधिक हो जायेगा। किन्तु जिसके पास कुछ भी नहीं है, उससे जितना सा उसके पास है, वह भी छीन लिया जायेगा।
12. For G1063 whosoever G3748 hath G2192 , to him G846 shall be given G1325 , and G2532 he shall have more abundance G4052 : but G1161 whosoever G3748 hath G2192 not G3756 , from G575 him G846 shall be taken away G142 even G2532 that G3739 he hath G2192 .
13. इसलिये मैं उनसे दृष्टान्त कथाओं का प्रयोग करते हुए बात करता हूँ। क्योंकि यद्यपि वे देखते हैं, पर वास्तव में उन्हें कुछ दिखाई नहीं देता, वे यद्यपि सुनते हैं पर वास्तव में वे सुनते हैं, समझते हैं।
13. Therefore G1223 G5124 speak G2980 I to them G846 in G1722 parables G3850 : because G3754 they seeing G991 see G991 not G3756 ; and G2532 hearing G191 they hear G191 not G3756 , neither G3761 do they understand G4920 .
14. इस प्रकार उन पर यशायाह की यह भविष्यवाणी खरी उतरती है: ‘तुम सुनोगे और सुनते ही रहोगे
पर तुम्हारी समझ में कुछ भी आयेगा,
तुम बस देखते ही रहोगे
पर तुम्हें कुछ भी सूझ पायेगा।
14. And G2532 in G1909 them G846 is fulfilled G378 the G3588 prophecy G4394 of Isaiah G2268 , which saith G3004 , By hearing G189 ye shall hear G191 , and G2532 shall not G3364 understand G4920 ; and G2532 seeing G991 ye shall see G991 , and G2532 shall not G3364 perceive G1492 :
15. क्योंकि इनके हृदय जड़ता से भर गये।
इन्होंने अपने कान बन्द कर रखे हैं
और अपनी आखें मूँद रखी हैं
ताकि वे अपनी आँखों से कुछ भी देखें
और वे कान से कुछ सुन पायें या
कि अपने हृदय से कभी समझें
और कभी मेरी ओर मुड़कर आयें और जिससे मैं उनका उद्धार करुँ।’ यशायाह 6:9-10
15. For G1063 this G5127 people G2992 's heart G2588 is waxed gross G3975 , and G2532 their ears G3775 are dull of hearing G191 G917 , and G2532 their G848 eyes G3788 they have closed G2576 ; lest at any time G3379 they should see G1492 with their eyes G3778 , and G2532 hear G191 with their ears G3775 , and G2532 should understand G4920 with their heart G2588 , and G2532 should be converted G1994 , and G2532 I should heal G2390 them G846 .
16. किन्तु तुम्हारी आँखें और तुम्हारे कान भाग्यवान् हैं क्योंकि वे देख और सुन सकते हैं।
16. But G1161 blessed G3107 are your G5216 eyes G3778 , for G3754 they see G991 : and G2532 your G5216 ears G3775 , for G3754 they hear G191 .
17. मैं तुमसे सत्य कहता हूँ, बहुत से भविष्यवक्ता और धर्मात्मा जिन बातों को देखना चाहते थे, उन्हें तुम देख रहे हो। वे उन्हें नहीं देख सके। और जिन बातों को वे सुनना चाहते थे, उन्हें तुम सुन रहे हो। वे उन्हें नहीं सुन सके। PEPS
17. For G1063 verily G281 I say G3004 unto you G5213 , That G3754 many G4183 prophets G4396 and G2532 righteous G1342 men have desired G1937 to see G1492 those things which G3739 ye see G991 , and G2532 have not G3756 seen G1492 them ; and G2532 to hear G191 those things which G3739 ye hear G191 , and G2532 have not G3756 heard G191 them.
18. {बीज बोने की दृष्टान्त} (मरकुस 4:13-20; लूका 8:11-15) PS “तो बीज बोने वाले की दृष्टान्त-कथा का अर्थ सुनो: PEPS
18. Hear G191 ye G5210 therefore G3767 the G3588 parable G3850 of the G3588 sower G4687 .
19. “वह बीज जो राह के किनारे गिर पड़ा था, उसका अर्थ है कि जब कोई स्वर्ग के राज्य का सुसंदेश सुनता है और उसे समझता नहीं है तो दुष्ट आकर, उसके मन में जो उगा था, उसे उखाड़ ले जाता है। PEPS
19. When any one G3956 heareth G191 the G3588 word G3056 of the G3588 kingdom G932 , and G2532 understandeth G4920 it not G3361 , then cometh G2064 the G3588 wicked G4190 one, and G2532 catcheth away G726 that which was sown G4687 in G1722 his G846 heart G2588 . This G3778 is G2076 he which received seed G4687 by G3844 the G3588 way side G3598 .
20. “वे बीज जो चट्टानी धरती पर गिरे थे, उनका अर्थ है वह व्यक्ति जो सुसंदेश सुनता है, उसे आनन्द के साथ तत्काल ग्रहण भी करता है।
20. But G1161 he that received the seed G4687 into G1909 stony places G4075 , the same G3778 is G2076 he that heareth G191 the G3588 word G3056 , and G2532 anon G2117 with G3326 joy G5479 receiveth G2983 it G846 ;
21. किन्तु अपने भीतर उसकी जड़ें नहीं जमने देता, वह थोड़ी ही देर ठहर पाता है, जब सुसंदेश के कारण उस पर कष्ट और यातनाएँ आती हैं तो वह जल्दी ही डगमगा जाता है। PEPS
21. Yet G1161 hath G2192 he not G3756 root G4491 in G1722 himself G1438 , but G235 endureth for a while G2076 G4340 : for G1161 when tribulation G2347 or G2228 persecution G1375 ariseth G1096 because G1223 of the G3588 word G3056 , by and by G2117 he is offended G4624 .
22. “काँटों में गिरे बीज का अर्थ है, वह व्यक्ति जो सुसंदेश को सुनता तो है, पर संसार की चिंताएँ और धन का लोभ सुसंदेश को दबा देता है और वह व्यक्ति सफल नहीं हो पाता। PEPS
22. He also that received seed G4687 G1161 among G1519 the G3588 thorns G173 G3778 is G2076 he that heareth G191 the G3588 word G3056 ; and G2532 the G3588 care G3308 of this G5127 world G165 , and G2532 the G3588 deceitfulness G539 of riches G4149 , choke G4846 the G3588 word G3056 , and G2532 he becometh G1096 unfruitful G175 .
23. “अच्छी धरती पर गिरे बीज से अर्थ है, वह व्यक्ति जो सुसंदेश को सुनता है और समझता है। वह सफल होता है। वह सफलता बोये बीज से तीस गुना, साठ गुना या सौ गुना तक होती है।” PS
23. But G1161 he that received seed G4687 into G1909 the G3588 good G2570 ground G1093 is G2076 he that heareth G191 the G3588 word G3056 , and G2532 understandeth G4920 it ; which G3739 also G1211 beareth fruit G2592 , and G2532 bringeth forth G4160 , some G3588 G3303 a hundredfold G1540 G1161 some G3588 sixty G1835 G1161 , some G3588 thirty G5144 .
24. {गेहूँ और खरपतवार का दृष्टान्त} PS यीशु ने उनके सामने एक और दृष्टान्त कथा रखी: “स्वर्ग का राज्य उस व्यक्ति के समान है जिसने अपने खेत में अच्छे बीज बोये थे।
24. Another G243 parable G3850 put he forth G3908 unto them G846 , saying G3004 , The G3588 kingdom G932 of heaven G3772 is likened unto G3666 a man G444 which sowed G4687 good G2570 seed G4690 in G1722 his G848 field G68 :
25. पर जब लोग सो रहे थे, उस व्यक्ति का शत्रु आया और गेहूँ के बीच जंगली बीज बोया गया।
25. But G1161 while men G444 slept G2518 , his G846 enemy G2190 came G2064 and G2532 sowed G4687 tares G2215 among G303 G3319 the G3588 wheat G4621 , and G2532 went his way G565 .
26. जब गेहूँ में अंकुर निकले और उस पर बालें आयीं तो खरपतवार भी दिखने लगी।
26. But G1161 when G3753 the G3588 blade G5528 was sprung up G985 , and G2532 brought forth G4160 fruit G2590 , then G5119 appeared G5316 the G3588 tares G2215 also G2532 .
27. तब खेत के मालिक के पास आकर उसके दासों ने उससे कहा, ‘मालिक, तूने तो खेत में अच्छा बीज बोया था, बोया था ना? फिर ये खरपतवार कहाँ से आई?’ PEPS
27. So G1161 the G3588 servants G1401 of the G3588 householder G3617 came G4334 and said G2036 unto him G846 , Sir G2962 , didst not G3780 thou sow G4687 good G2570 seed G4690 in G1722 thy G4674 field G68 ? from whence G4159 then G3767 hath G2192 it tares G2215 ?
28. “तब उसने उनसे कहा, ‘यह किसी शत्रु का काम है।’ PEPS “उसके दासों ने उससे पूछा, ‘क्या तू चाहता है कि हम जाकर खरपतवार उखाड़ दें?’ PEPS
28. G1161 He G3588 said G5346 unto them G846 , An G444 enemy G2190 hath done G4160 this G5124 . The G3588 servants G1401 said G2036 unto him G846 , Wilt G2309 thou then G3767 that we go G565 and G2532 gather them up G4816 G846 ?
29. “वह बोला, ‘नहीं, क्योंकि जब तुम खरपतवार उखाड़ोगे तो उनके साथ, तुम गेहूँ भी उखाड़ दोगे।
29. But G1161 he G3588 said G5346 , Nay G3756 ; lest G3379 while ye gather up G4816 the G3588 tares G2215 , ye root up G1610 also the G3588 wheat G4621 with G260 them G846 .
30. जब तक फसल पके दोनों को साथ-साथ बढने दो, फिर कटाई के समय में फसल काटने वालों से कहूँगा कि पहले खरपतवार की पुलियाँ बना कर उन्हें जला दो, और फिर गेहूँ को बटोर कर मेरे खते में रख दो।’ ” PEPS
30. Let G863 both G297 grow together G4885 until G3360 the G3588 harvest G2326 : and G2532 in G1722 the G3588 time G2540 of harvest G2326 I will say G2046 to the G3588 reapers G2327 , Gather ye together G4816 first G4412 the G3588 tares G2215 , and G2532 bind G1210 them G846 in G1519 bundles G1197 to burn G2618 them G846 : but G1161 gather G4863 the G3588 wheat G4621 into G1519 my G3450 barn G596 .
31. {कई अन्य दृष्टान्त} (मरकुस 4:30-34; लूका 13:18-21) PS यीशु ने उनके सामने और दृष्टान्त-कथाएँ रखीं: “स्वर्ग का राज्य राई के छोटे से बीज के समान होता है, जिसे किसी ने लेकर खेत में बो दिया हो।
31. Another G243 parable G3850 put he forth G3908 unto them G846 , saying G3004 , The G3588 kingdom G932 of heaven G3772 is G2076 like to G3664 a grain G2848 of mustard seed G4615 , which G3739 a man G444 took G2983 , and G2532 sowed G4687 in G1722 his G846 field G68 :
32. यह बीज छोटे से छोटा होता है किन्तु बड़ा होने पर यह बाग के सभी पौधों से बड़ा हो जाता है। यह पेड़ बनता है और आकाश के पक्षी आकर इसकी शाखाओं पर शरण लेते हैं।” PEPS
32. Which G3739 indeed G3303 is G2076 the least G3398 of all G3956 seeds G4690 : but G1161 when G3752 it is grown G837 , it is G2076 the greatest G3187 among herbs G3001 , and G2532 becometh G1096 a tree G1186 , so that G5620 the G3588 birds G4071 of the G3588 air G3772 come G2064 and G2532 lodge G2681 in G1722 the G3588 branches G2798 thereof G846 .
33. उसने उन्हें एक दृष्टान्त कथा और कही: “स्वर्ग का राज्य खमीर के समान है, जिसे किसी स्त्री ने तीन बार आटे में मिलाया और तब तक उसे रख छोड़ा जब तक वह सब का सब खमीर नहीं हो गया।” PEPS
33. Another G243 parable G3850 spake G2980 he unto them G846 ; The G3588 kingdom G932 of heaven G3772 is G2076 like unto G3664 leaven G2219 , which G3739 a woman G1135 took G2983 , and G2532 hid G1470 in G1519 three G5140 measures G4568 of meal G224 , till G2193 the G3739 whole G3650 was leavened G2220 .
34. यीशु ने लोगों से यह सब कुछ दृष्टान्त-कथाओं के द्वारा कहा। वास्तव में वह उनसे दृष्टान्त-कथाओं के बिना कुछ भी नहीं कहता था।
34. All G3956 these things G5023 spake G2980 Jesus G2424 unto the G3588 multitude G3793 in G1722 parables G3850 ; and G2532 without G5565 a parable G3850 spake G2980 he not G3756 unto them G846 :
35. ऐसा इसलिये था कि परमेश्वर ने भविष्यवक्ता के द्वारा जो कुछ कहा था वह पूरा होः परमेश्वर ने कहा, “मैं दृष्टान्त कथाओं के द्वारा अपना मुँह खोलूँगा।
सृष्टि के आदिकाल से जो बातें छिपी रही हैं, उन्हें उजागर करूँगा।” भजन संहिता 78:2 PS
35. That G3704 it might be fulfilled G4137 which was spoken G4483 by G1223 the G3588 prophet G4396 , saying G3004 , I will open G455 my G3450 mouth G4750 in G1722 parables G3850 ; I will utter G2044 things which have been kept secret G2928 from G575 the foundation G2602 of the world G2889 .
36. {गेहूँ और खरपतवार के दृष्टान्त की व्याख्या} PS फिर यीशु उस भीड़ को विदा करके घर चला आया। तब उसके शिष्यों ने आकर उससे कहा, “खेत के खरपतवार के दृष्टान्त का अर्थ हमें समझा।” PEPS
36. Then G5119 Jesus G2424 sent the multitude away G863 G3588 G3793 , and went G2064 into G1519 the G3588 house G3614 : and G2532 his G846 disciples G3101 came G4334 unto him G846 , saying G3004 , Declare G5419 unto us G2254 the G3588 parable G3850 of the G3588 tares G2215 of the G3588 field G68 .
37. उत्तर में यीशु बोला, “जिसने उत्तम बीज बोया था, वह है मनुष्य का पुत्र।
37. G1161 He G3588 answered G611 and said G2036 unto them G846 , He that soweth G4687 the G3588 good G2570 seed G4690 is G2076 the G3588 Son G5207 of man G444 ;
38. और खेत यह संसार है। अच्छे बीज का अर्थ है, स्वर्ग के राज्य के लोग। खरपतवार का अर्थ है, वे व्यक्ति जो शैतान की संतान हैं।
38. G1161 The G3588 field G68 is G2076 the G3588 world G2889 ; the G3588 good G2570 seed G4690 are G3778 G1526 the G3588 children G5207 of the G3588 kingdom G932 ; but G1161 the G3588 tares G2215 are G1526 the G3588 children G5207 of the G3588 wicked G4190 one ;
39. वह शत्रु जिसने खरपतवार बीजे थे, शैतान है और कटाई का समय है, इस जगत का अंत और कटाई करने वाले हैं स्वर्गदूत। PEPS
39. G1161 The G3588 enemy G2190 that sowed G4687 them G846 is G2076 the G3588 devil G1228 ; the G3588 harvest G2326 is G2076 the end G4930 of the G3588 world G165 ; and G2532 the G3588 reapers G2327 are G1526 the angels G32 .
40. “ठीक वैसे ही जैसे खरपतवार को इकट्ठा करके आग में जला दिया गया, वैसे ही सृष्टि के अंत में होगा।
40. As G5618 therefore G3767 the G3588 tares G2215 are gathered G4816 and G2532 burned G2618 in the fire G4442 ; so G3779 shall it be G2071 in G1722 the G3588 end G4930 of this G5127 world G165 .
41. मनुष्य का पुत्र अपने दूतों को भेजेगा और वे उसके राज्य से सभी पापियों को और उनको, जो लोगों को पाप के लिये प्रेरित करते हैं,
41. The G3588 Son G5207 of man G444 shall send forth G649 his G846 angels G32 , and G2532 they shall gather G4816 out of G1537 his G848 kingdom G932 all things G3956 that offend G4625 , and G2532 them which do G4160 iniquity G458 ;
42. इकट्ठा करके धधकते भाड़ में झोंक देंगे जहाँ बस दाँत पीसना और रोना ही रोना होगा।
42. And G2532 shall cast G906 them G846 into G1519 a furnace G2575 of fire G4442 : there G1563 shall be G2071 wailing G2805 and G2532 gnashing G1030 of teeth G3599 .
43. तब धर्मी अपने परम पिता के राज्य में सूरज की तरह चमकेंगे। जो सुन सकता है, सुन ले! PS
43. Then G5119 shall the G3588 righteous G1342 shine forth G1584 as G5613 the G3588 sun G2246 in G1722 the G3588 kingdom G932 of their G848 Father G3962 . Who hath G2192 ears G3775 to hear G191 , let him hear G191 .
44. {धन का भण्डार और मोती का दृष्टान्त} PS “स्वर्ग का राज्य खेत में गड़े धन जैसा है। जिसे किसी मनुष्य ने पाया और फिर उसे वहीं गाड़ दिया। वह इतना प्रसन्न हुआ कि उसने जो कुछ उसके पास था, जाकर बेच दिया और वह खेत मोल ले लिया। PEPS
44. Again G3825 , the G3588 kingdom G932 of heaven G3772 is G2076 like unto G3664 treasure G2344 hid G2928 in G1722 a field G68 ; the which G3739 when a man G444 hath found G2147 , he hideth G2928 , and G2532 for G575 joy G5479 thereof G846 goeth G5217 and G2532 selleth G4453 all G3956 that G3745 he hath G2192 , and G2532 buyeth G59 that G1565 field G68 .
45. “स्वर्ग का राज्य ऐसे व्यापारी के समान है जो अच्छे मोतियों की खोज में हो।
45. Again G3825 , the G3588 kingdom G932 of heaven G3772 is G2076 like unto G3664 a merchant G1713 man G444 , seeking G2212 goodly G2570 pearls G3135 :
46. जब उसे एक अनमोल मोती मिला तो जाकर जो कुछ उसके पास था, उसने बेच डाला, और मोती मोल ले लिया। PS
46. Who G3739 , when he had found G2147 one G1520 pearl G3135 of great price G4186 , went G565 and sold G4097 all G3956 that G3745 he had G2192 , and G2532 bought G59 it G846 .
47. {मछली पकड़ने का जाल} PS “स्वर्ग का राज्य मछली पकड़ने के लिए झील में फेंके गए एक जाल के समान भी है। जिसमें तरह तरह की मछलियाँ पकड़ी गयीं।
47. Again G3825 , the G3588 kingdom G932 of heaven G3772 is G2076 like unto G3664 a net G4522 , that was cast G906 into G1519 the G3588 sea G2281 , and G2532 gathered G4863 of G1537 every G3956 kind G1085 :
48. जब वह जाल पूरा भर गया तो उसे किनारे पर खींच लिया गया। और वहाँ बैठ कर अच्छी मछलियाँ छाँट कर टोकरियों में भर ली गयीं किन्तु बेकार मछलियाँ फेंक दी गयीं।
48. Which G3739 , when G3753 it was full G4137 , they drew G307 to G1909 shore G123 , and G2532 sat down G2523 , and gathered G4816 the G3588 good G2570 into G1519 vessels G30 , but G1161 cast G906 the G3588 bad G4550 away G1854 .
49. सृष्टि के अन्त में ऐसा ही होगा। स्वर्गदूत आयेंगे और धर्मियों में से पापियों को छाँट कर
49. So G3779 shall it be G2071 at G1722 the G3588 end G4930 of the G3588 world G165 : the G3588 angels G32 shall come forth G1831 , and G2532 sever G873 the G3588 wicked G4190 from G1537 among G3319 the G3588 just G1342 ,
50. धधकते भाड़ में झोंक देंगे जहाँ बस रोना और दाँत पीसना होगा।” PEPS
50. And G2532 shall cast G906 them G846 into G1519 the G3588 furnace G2575 of fire G4442 : there G1563 shall be G2071 wailing G2805 and G2532 gnashing G1030 of teeth G3599 .
51. यीशु ने अपने शिष्यों से पूछा, “तुम ये सब बातें समझते हो?” PEPS उन्होंने उत्तर दिया, “हाँ!” PEPS
51. Jesus G2424 saith G3004 unto them G846 , Have ye understood G4920 all G3956 these things? They G5023 say G3004 unto him G846 , Yea G3483 , Lord G2962 .
52. यीशु ने अपने शिष्यों से कहा, “देखो, इसीलिये हर धर्मशास्त्री जो परमेश्वर के राज्य को जानता है, एक ऐसे गृहस्वामी के समान है, जो अपने कठोर से नई-पुरानी वस्तुओं को बाहर निकालता है।” PEPS
52. Then G1161 said G2036 he G3588 unto them G846 , Therefore G1223 G5124 every G3956 scribe G1122 which is instructed G3100 unto G1519 the G3588 kingdom G932 of heaven G3772 is G2076 like unto G3664 a man G444 that is a householder G3617 , which G3748 bringeth forth G1544 out G1537 of his G848 treasure G2344 things new G2537 and G2532 old G3820 .
53. {यीशु का अपने देश लौटना} (मरकुस 6:1-6; लूका 4:16-30) PS इन दृष्टान्त कथाओं को समाप्त करके वह वहाँ से चल दिया।
53. And G2532 it came to pass G1096 , that when G3753 Jesus G2424 had finished G5055 these G5025 parables G3850 , he departed G3332 thence G1564 .
54. और अपने देश गया। फिर उसने यहूदी आराधनालयों में उपदेश देना आरम्भ कर दिया। इससे हर कोई अचरज में पड़ कर कहने लगा, “इसे ऐसी सूझबूझ और चमत्कारी शक्ति कहाँ से मिली?
54. And G2532 when he was come G2064 into G1519 his own G848 country G3968 , he taught G1321 them G846 in G1722 their G846 synagogue G4864 , insomuch that G5620 they G846 were astonished G1605 , and G2532 said G3004 , Whence G4159 hath this G5129 man this G3778 wisdom G4678 , and G2532 these mighty works G1411 ?
55. क्या यह वही बढ़ई का बेटा नहीं है? क्या इसकी माँ का नाम मरियम नहीं है? याकूब, यूसुफ, शमौन और यहूदा इसी के तो भाई हैं न?
55. Is G2076 not G3756 this G3778 the G3588 carpenter G5045 's son G5207 ? is not G3780 his G846 mother G3384 called G3004 Mary G3137 ? and G2532 his G846 brethren G80 , James G2385 , and G2532 Joses G2500 , and G2532 Simon G4613 , and G2532 Judas G2455 ?
56. क्या इसकी सभी बहनें हमारे ही बीच नहीं हैं? तो फिर उसे यह सब कहाँ से मिला?”
56. And G2532 his G846 sisters G79 , are G1526 they not G3780 all G3956 with G4314 us G2248 ? Whence G4159 then G3767 hath this G5129 man all G3956 these things G5023 ?
57. सो उन्होंने उसे स्वीकार नहीं किया। PEPS फिर यीशु ने कहा, “किसी नबी का अपने गाँव और घर को छोड़ कर, सब आदर करते हैं।”
57. And G2532 they were offended G4624 in G1722 him G846 . But G1161 Jesus G2424 said G2036 unto them G846 , A prophet G4396 is G2076 not G3756 without honor G820 , save G1508 in G1722 his own G848 country G3968 , and G2532 in G1722 his own G848 house G3614 .
58. सो उनके अविश्वास के कारण उसने वहाँ अधिक आश्चर्य कर्म नहीं किये। PE
58. And G2532 he did G4160 not G3756 many G4183 mighty works G1411 there G1563 because G1223 of their G846 unbelief G570 .
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