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1. अतः जब उसकी विश्राम में प्रवेश की प्रतिज्ञा अब तक बनी हुई है तो हमें सावधान रहना चाहिए कि तुममें से कोई अनुपयुक्त सिद्ध हो।
1. Let us therefore G3767 fear G5399 , lest G3379 , a promise G1860 being left G2641 us of entering G1525 into G1519 his G846 rest G2663 , any G5100 of G1537 you G5216 should seem G1380 to come short G5302 of it.
2. क्योंकि हमें भी उन्हीं के समान सुसमाचार का उपदेश दिया गया है। किन्तु जो सुसंदेश उन्होंने सुना, वह उनके लिए व्यर्थ था। क्योंकि उन्होंने जब उसे सुना तो इसे विश्वास के साथ धारण नहीं किया।
2. For G1063 unto us G2532 was the gospel preached G2070 G2097 , as well as G2509 unto them G2548 : but G235 the G3588 word G3056 preached G189 did not G3756 profit G5623 them G1565 , not G3361 being mixed with G4786 faith G4102 in them that heard G191 it.
3. अब देखो, हमने, जो विश्वासी हैं, उस विश्राम में प्रवेश पाया है। जैसा कि परमेश्वर ने कहा भी है: “मैंने क्रोध में इसी से तब शपथ लेकर कहा था,
‘वे कभी मेरी विश्राम में सम्मिलित नहीं होंगे।’ ” भजन संहिता 95:11 जब संसार की सृष्टि करने के बाद उसका काम पूरा हो गया था।
3. For G1063 we which have believed G4100 do enter G1525 into G1519 rest G2663 , as G2531 he said G2046 , As G5613 I have sworn G3660 in G1722 my G3450 wrath G3709 , if G1487 they shall enter G1525 into G1519 my G3450 rest G2663 : although G2543 the G3588 works G2041 were finished G1096 from G575 the foundation G2602 of the world G2889 .
4. उसने सातवें दिन के सम्बन्ध में इन शब्दों में कहीं शास्त्रों में कहा है, “और फिर सातवें दिन अपने सभी कामों से परमेश्वर ने विश्राम लिया।” ✡उद्धरण उत्पत्ति 2:2
4. For G1063 he spake G2046 in a certain place G4225 of G4012 the G3588 seventh G1442 day on this wise G3779 , And G2532 God G2316 did rest G2664 the G3588 seventh G1442 day G2250 from G575 all G3956 his G848 works G2041 .
5. और फिर उपरोक्त सन्दर्भ में भी वह कहता है: “वे कभी मेरी विश्राम में सम्मिलित नहीं होंगे।” PEPS
5. And G2532 in G1722 this G5129 place again G3825 , If G1487 they shall enter G1525 into G1519 my G3450 rest G2663 .
6. जिन्हें पहले सुसन्देश सुनाया गया था अपनी अनाज्ञाकारिता के कारण वे तो विश्राम में प्रवेश नहीं पा सके किन्तु औरों के लिए विश्राम का द्वार अभी भी खुला है।
6. Seeing G1893 therefore G3767 it remaineth G620 that some G5100 must enter G1525 therein G1519 G846 , and G2532 they to whom it was first preached G2097 G4386 entered not in G1525 G3756 because G1223 of unbelief G543 :
7. इसलिए परमेश्वर ने फिर एक विशेष दिन निश्चित किया और उसे नाम दिया “आज” कुछ वर्षों के बाद दाऊद के द्वारा परमेश्वर ने उस दिन के बारे में शास्त्र में बताया था। जिसका उल्लेख हमने अभी किया है: “यदि आज उसकी आवाज़ सुनो,
अपने हृदय जड़ मत करो।” भजन संहिता 95:7-8
7. Again G3825 , he limiteth G3724 a certain G5100 day G2250 , saying G3004 in G1722 David G1138 , Today G4594 , after G3326 so long G5118 a time G5550 ; as G2531 it is said G2046 , Today G4594 if G1437 ye will hear G191 his G846 voice G5456 , harden G4645 not G3361 your G5216 hearts G2588 .
8. अतः यदि यहोशू उन्हें विश्राम में ले गया होता तो परमेश्वर बाद में किसी और दिन के विषय में नहीं बताता।
8. For G1063 if G1487 Joshua G2424 had given them rest G2664 G846 , then would he not G3756 G302 afterward G3326 G5023 have spoken G2980 of G4012 another G243 day G2250 .
9. तो खैर जो भी हो। परमेश्वर के भक्तों के लिए एक वैसी विश्राम रहती ही है जैसी विश्राम सातवें दिन परमेश्वर की थी।
9. There remaineth G620 therefore G686 a rest G4520 to the G3588 people G2992 of God G2316 .
10. क्योंकि जो कोई भी परमेश्वर की विश्राम में प्रवेश करता है, अपने कर्मों से विश्राम पा जाता है। वैसे ही जैसे परमेश्वर ने अपने कर्मों से विश्राम पा लिया।
10. For G1063 he that is entered G1525 into G1519 his G846 rest G2663 , he G846 also G2532 hath ceased G2664 from G575 his own G848 works G2041 , as G5618 God G2316 did from G575 his G2398 .
11. सो आओ हम भी उस विश्राम में प्रवेश पाने के लिए प्रत्येक प्रयत्न करें ताकि उनकी अनाज्ञाकारिता के उदाहरण का अनुसरण करते हुए किसी का भी पतन हो। PEPS
11. Let us labor G4704 therefore G3767 to enter G1525 into G1519 that G1565 rest G2663 , lest G3363 any man G5100 fall G4098 after G1722 the G3588 same G846 example G5262 of unbelief G543 .
12. परमेश्वर का वचन तो सजीव और क्रियाशील है, वह किसी दोधारी तलवार से भी अधिक पैना है। वह आत्मा और प्राण, सन्धियों और मज्जा तक में गहरा बेध जाता है। वह मन की वृत्तियों और विचारों को परख लेता है।
12. For G1063 the G3588 word G3056 of God G2316 is quick G2198 , and G2532 powerful G1756 , and G2532 sharper G5114 than G5228 any G3956 two G1366 -edged sword G3162 , piercing G1338 even G2532 to G891 the dividing asunder G3311 of G5037 soul G5590 and G2532 spirit G4151 , and G5037 of the joints G719 and G2532 marrow G3452 , and G2532 is a discerner G2924 of the thoughts G1761 and G2532 intents G1771 of the heart G2588 .
13. परमेश्वर की दृष्टि से इस समूची सृष्टि में कुछ भी ओझल नहीं है। उसकी आँखों के सामने, जिसे हमें लेखा-जोखा देना है, हर वस्तु बिना किसी आवरण के खुली हुई है। PS
13. Neither G2532 G3756 is G2076 there any creature G2937 that is not manifest G852 in his sight G1799 G846 : but G1161 all things G3956 are naked G1131 and G2532 opened G5136 unto the G3588 eyes G3788 of him G846 with G4314 whom G3739 we have to do G2254 G3056 .
14. {महान महायाजक यीशु} PS इसलिए क्योंकि परमेश्वर का पुत्र यीशु एक ऐसा महान् महायाजक है, जो स्वर्गों में से होकर गया है तो हमें अपने अंगीकृत एवं घोषित विश्वास को दृढ़ता के साथ थामे रखना चाहिए।
14. Seeing then G3767 that we have G2192 a great G3173 high priest G749 , that is passed into G1330 the G3588 heavens G3772 , Jesus G2424 the G3588 Son G5207 of God G2316 , let us hold fast G2902 our profession G3671 .
15. क्योंकि हमारे पास जो महायाजक है, वह ऐसा नहीं है जो हमारी दुर्बलताओं के साथ सहानुभूति रख सके। उसे हर प्रकार से वैसे ही परखा गया है जैसे हमें फिर भी वह सर्वथा पाप रहित है।
15. For G1063 we have G2192 not G3756 a high priest G749 which cannot G1410 G3361 be touched with the feeling of G4834 our G2257 infirmities G769 ; but G1161 was in G2596 all points G3956 tempted G3985 like as G2596 G3665 we are, yet without G5565 sin G266 .
16. तो फिर आओ, हम भरोसे के साथ अनुग्रह पाने परमेश्वर के सिंहासन की ओर बढ़ें ताकि आवश्यकता पड़ने पर हमारी सहायता के लिए हम दया और अनुग्रह को प्राप्त कर सकें। PE
16. Let us therefore G3767 come G4334 boldly G3326 G3954 unto the G3588 throne G2362 of grace G5485 , that G2443 we may obtain G2983 mercy G1656 , and G2532 find G2147 grace G5485 to help in time of need G1519 G2121 G996 .
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