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1. यह सन्देश यहोवा का है: “उस समय लोग यहूदा के राजाओं और प्रमुख शासकों की हड्डियों को उनके कब्रों से निकाल लेंगे। वे याजकों और नबियों की हड्डियों को उनके कब्रों से ले लेंगे। वे यरूशलेम के सभी लोगों के कब्रों से हड्डियाँ निकाल लेंगे।
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1. At that H1931 time H6256 , saith H5002 the LORD H3068 , they shall bring out H3318 H853 the bones H6106 of the kings H4428 of Judah H3063 , and the bones H6106 of his princes H8269 , and the bones H6106 of the priests H3548 , and the bones H6106 of the prophets H5030 , and the bones H6106 of the inhabitants H3427 of Jerusalem H3389 , out of their graves H4480 H6913 :
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2. वे लोग उन हड्डियों को सूर्य, चन्द्र और तारों की पूजा के लिये नीचे जमीन पर फैलायेंगे। यरूशलेम के लोग सूर्य, चन्द्र और तारों की पूजा से प्रेम करते हैं। कोई भी व्यक्ति उन हड्डियाँ को इकट्ठा नहीं करेगा और न ही उन्हें फिर दफनायेगा। अत: उन लोगों की हड्डियाँ गोबर की तरह जमीन पर पड़ी रहेंगी। PEPS
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2. And they shall spread H7849 them before the sun H8121 , and the moon H3394 , and all H3605 the host H6635 of heaven H8064 , whom H834 they have loved H157 , and whom H834 they have served H5647 , and after H310 whom H834 they have walked H1980 , and whom H834 they have sought H1875 , and whom H834 they have worshiped H7812 : they shall not H3808 be gathered H622 , nor H3808 be buried H6912 ; they shall be H1961 for dung H1828 upon H5921 the face H6440 of the earth H127 .
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3. “मैं यहूदा के लोगों को अपना घर और प्रदेश छोड़ने पर विवश करूँगा। लोग विदेशों में ले जाए जाएंगे। यहूदा के वे कुछ लोग जो युद्ध में नहीं मारे जा सके, चाहेंगे कि वे मार डाले गए होते।” यह सन्देश यहोवा का है। PS
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3. And death H4194 shall be chosen H977 rather than life H4480 H2416 by all H3605 the residue H7611 of them that remain H7604 of H4480 this H2063 evil H7451 family H4940 , which remain H7604 in all H3605 the places H4725 whither H834 H8033 I have driven H5080 them, saith H5002 the LORD H3068 of hosts H6635 .
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4. {पाप और दण्ड} PS यिर्मयाह, यहूदा के लोगों से यह कहो कि यहोवा यह सब कहता है, “ ‘तुम यह जानते हो कि जो व्यक्ति गिरता है वह फिर उठता है। और यदि कोई व्यक्ति गलत राह पर चलता है तो वह चारों ओर से घूम कर लौट आता है।
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4. Moreover thou shalt say H559 unto H413 them, Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 ; Shall they fall H5307 , and not H3808 arise H6965 ? shall he turn away H7725 , and not H3808 return H7725 ?
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5. यहूदा के लोग गलत राह चले गए हैं। किन्तु यरूशलेम के वे लोग गलत राह चलते ही क्यों जा रहे हैं वे अपने झूठ में विश्वास रखते हैं। वे मुड़ने तथा लौटने से इन्कार करते हैं।
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5. Why H4069 then is this H2088 people H5971 of Jerusalem H3389 slid back H7725 by a perpetual H5329 backsliding H4878 ? they hold fast H2388 deceit H8649 , they refuse H3985 to return H7725 .
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6. मैंने उनको ध्यान से सुना है, किन्तु वे वह नहीं कहते जो सत्य है। लोग अपने पाप के लिये पछताते नहीं। लोग उन बुरे कामों पर विचार नहीं करते जिन्हें उन्होंने किये हैं। परत्येक अपने मार्ग पर वैसे ही चला जा रहा है। वे युद्ध में दौड़ते हुए घोड़ों के समान हैं।
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6. I hearkened H7181 and heard H8085 , but they spoke H1696 not H3808 aright H3651 : no H369 man H376 repented H5162 him of H5921 his wickedness H7451 , saying H559 , What H4100 have I done H6213 ? every one H3605 turned H7725 to his course H4794 , as the horse H5483 rusheth H7857 into the battle H4421 .
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7. आकाश के पक्षी भी काम करने का ठीक समय जानते हैं। सारस, कबूतर, खन्जन और मैना भी जानते हैं कि कब उनको अपने नये घर में उड़ कर जाना है। किन्तु मेरे लोग नहीं जानते कि यहोवा उनसे क्या कराना चाहता है।
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7. Yea H1571 , the stork H2624 in the heaven H8064 knoweth H3045 her appointed times H4150 ; and the turtle H8449 and the crane H5483 and the swallow H5693 observe H8104 H853 the time H6256 of their coming H935 ; but my people H5971 know H3045 not H3808 H853 the judgment H4941 of the LORD H3068 .
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8. “ ‘तुम कहते रहते हो, “हमे यहोवा की शिक्षा मिली है। अत: हम बुद्धिमान हैं!” किन्तु यह सत्य नहीं! क्योंकि शास्त्रियों ने अपनी लेखनी से झूठ उगला है।
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8. How H349 do ye say H559 , We H587 are wise H2450 , and the law H8451 of the LORD H3068 is with H854 us? Lo H2009 , certainly H403 in vain H8267 made H6213 he it ; the pen H5842 of the scribes H5608 is in vain H8267 .
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9. उन “चतुर लोगों” ने यहोवा की शिक्षा अनसुनी की है अत: सचमुच वे वास्तव में बुद्धिमान लोग नहीं हैं। वे “चतुर लोग” जाल में फँसाये गए। वे काँप उठे और लज्जित हुए।
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9. The wise H2450 men are ashamed H954 , they are dismayed H2865 and taken H3920 : lo H2009 , they have rejected H3988 the word H1697 of the LORD H3068 ; and what H4100 wisdom H2451 is in them?
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10. अत: मैं उनकी पत्नियों को अन्य लोगों को दूँगा। मैं उनके खेत को नये मालिकों को दे दूँगा। इस्राएल के सभी लोग अधिक से अधिक धन चाहते हैं। छोटे से लेकर बड़े से बड़े सभी लोग उसी तरह के हैं। सभी लोग नबी से लेकर याजक तक सब झूठ बोलते हैं।
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10. Therefore H3651 will I give H5414 H853 their wives H802 unto others H312 , and their fields H7704 to them that shall inherit H3423 them : for H3588 every one H3605 from the least H4480 H6996 even unto H5704 the greatest H1419 is given to covetousness H1214 H1215 , from the prophet H4480 H5030 even unto H5704 the priest H3548 every one H3605 dealeth H6213 falsely H8267 .
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11. नबी और याजक हमारे लोगों के घावों को भरने का प्रयत्न ऐसे करते हैं मानों वे छोटे से घाव हों। वे कहते हैं, “यह बिल्कुल ठीक है, यह बिल्कुल ठीक है।” किन्तु यह बिल्कुल ठीक नहीं।
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11. For they have healed H7495 H853 the hurt H7667 of the daughter H1323 of my people H5971 slightly H7043 , saying H559 , Peace H7965 , peace H7965 ; when there is no H369 peace H7965 .
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12. उन लोगों को अपने किये बुरे कामों के लिये लज्जित होना चाहिये। किन्तु वे बिल्कुल लज्जित नहीं। उन्हें इतना भी ज्ञान नहीं कि उन्हें अपने पापों के लिये ग्लानि हो सके अत: वे अन्य सभी के साथ दण्ड पायेंगे। मैं उन्हें दण्ड दूँगा और जमीन पर फेंक दूँगा।’ ” ये बातें यहोवा ने कहीं।
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12. Were they ashamed H954 when H3588 they had committed H6213 abomination H8441 ? nay H1571 , they were not H3808 at all ashamed H954 H954 , neither H3808 could H3045 they blush H3637 : therefore H3651 shall they fall H5307 among them that fall H5307 : in the time H6256 of their visitation H6486 they shall be cast down H3782 , saith H559 the LORD H3068 .
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13. “ ‘मैं उनके फल और फसलें ले लूँगा जिससे उनके यहाँ कोई पकी फसल नहीं होगी। अंगूर की बेलों में कोई अंगूर नहीं होंगे। अंजीर के पेड़ों पर कोई अंजीर नहीं होगा। यहाँ तक कि पत्तियाँ सूखेंगी और मर जाएंगी। मैं उन चीज़ों को ले लूँगा जिन्हें मैंने उन्हें दे दी थी।’ ”
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13. I will surely consume H5486 H5486 them, saith H5002 the LORD H3068 : there shall be no H369 grapes H6025 on the vine H1612 , nor H369 figs H8384 on the fig tree H8384 , and the leaf H5929 shall fade H5034 ; and the things that I have given H5414 them shall pass away H5674 from them.
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14. “ ‘हम यहाँ खाली क्यों बैठे हैं आओ, दृढ़ नगरों को भाग निकलो। यदि हमारा परमेश्वर यहोवा हमें मारने ही जा रहा है, तो हम वहीं मरें। हमने यहोवा के विरुद्ध पाप किया है अत: परमेश्वर ने हमें पीने को जहरीला पानी दिया है।
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14. Why H4100 H5921 do we H587 sit H3427 still? assemble yourselves H622 , and let us enter H935 into H413 the defensed H4013 cities H5892 , and let us be silent H1826 there H8033 : for H3588 the LORD H3068 our God H430 hath put us to silence H1826 , and given us water H4325 of gall H7219 to drink H8248 , because H3588 we have sinned H2398 against the LORD H3068 .
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15. हम शान्ति की आशा करते थे, किन्तु कुछ भी अच्छा न हो सका। हम ऐसे समय की आशा करते हैं, जब वह क्षमा कर देगा किन्तु केवल विपत्ति ही आ पड़ी है।
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15. We looked H6960 for peace H7965 , but no H369 good H2896 came; and for a time H6256 of health H4832 , and behold H2009 trouble H1205 !
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16. दान के परिवार समूह के प्रदेश से हम शत्रु के घोड़ों के नथनों के फड़फड़ाने की आवाज सुनते हैं, उनकी टापों से पृथ्वी काँप उठी है, वे प्रदेश और इसमें की सारी चीज़ों को नष्ट करने आए है। वे नगर और इसके निवासी सभी लोगों को जो वहाँ रहते हैं, नष्ट करने आए हैं।’ ”
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16. The snorting H5170 of his horses H5483 was heard H8085 from Dan H4480 H1835 : the whole H3605 land H776 trembled H7493 at the sound H4480 H6963 of the neighing H4684 of his strong ones H47 ; for they are come H935 , and have devoured H398 the land H776 , and all H4393 that is in it ; the city H5892 , and those that dwell H3427 therein.
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17. “यहूदा के लोगों, मैं तुम्हें डसने को विषैले साँप भेज रहा हूँ। उन साँपों को सम्मोहित नहीं किया जा सकता। वे ही साँप तुम्हें डसेंगे।” यह सन्देश यहोवा का है।
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17. For H3588 , behold H2009 , I will send H7971 serpents H5175 , cockatrices H6848 , among you, which H834 will not H369 be charmed H3908 , and they shall bite H5391 you, saith H5002 the LORD H3068 .
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18. परमेश्वर, मैं बहुत दु:खी और भयभीत हूँ।
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18. When I would comfort H4010 myself against H5921 sorrow H3015 , my heart H3820 is faint H1742 in H5921 me.
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19. मेरे लोगों की सुन। इस देश में वे चारों ओर सहायता के लिए पुकार रहे हैं। वे कहते हैं, “क्या यहोवा अब भी सिय्योन में है? क्या सिय्योन के राजा अब भी वहाँ है?” किन्तु परमेश्वर कहता है, “यहूदा के लोग, अपनी देव मूर्तियों की पूजा करके मुझे क्रोधित क्यों करते हैं, उन्होंने अपने व्यर्थ विदेशी देव मूर्तियों की पूजा की है।”
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19. Behold H2009 the voice H6963 of the cry H7775 of the daughter H1323 of my people H5971 because of them that dwell in a far H4801 country H4480 H776 : Is not H369 the LORD H3068 in Zion H6726 ? is not H369 her king H4428 in her? Why H4069 have they provoked me to anger H3707 with their graven images H6456 , and with strange H5236 vanities H1892 ?
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20. लोग कहते हैं, “फसल काटने का समय गया। बसन्त गया और हम बचाये न जा सके।”
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20. The harvest H7105 is past H5674 , the summer H7019 is ended H3615 , and we H587 are not H3808 saved H3467 .
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21. मेरे लोग बीमार है, अत: मैं बीमार हूँ। मैं इन बीमार लोगों की चिन्ता में दुःखी और निराश हूँ।
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21. For H5921 the hurt H7667 of the daughter H1323 of my people H5971 am I hurt H7665 ; I am black H6937 ; astonishment H8047 hath taken hold H2388 on me.
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22. निश्चय ही, गिलाद प्रदेश में कुछ दवा है। निश्चय ही गिलाद प्रदेश में वैद्य है। तो भी मेरे लोगों के घाव क्यों अच्छे नहीं होते? PE
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22. Is there no H369 balm H6875 in Gilead H1568 ; is there no H369 physician H7495 there H8033 ? why H4069 then H3588 is not H3808 the health H724 of the daughter H1323 of my people H5971 recovered H5927 ?
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