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1. {सूखी हड्डियों का दर्शन} PS यहोवा की शक्ति मुझ पर उतरी। यहोवा की आत्मा मुझे नगर के बाहर ले गई और नीचे एक घाटी के बीच में रखा। घाटी मरे लोगों की हड्डियों से भरी थी।
1. The hand H3027 of the LORD H3068 was H1961 upon H5921 me , and carried me out H3318 in the spirit H7307 of the LORD H3068 , and set me down H5117 in the midst H8432 of the valley H1237 which H1931 was full H4392 of bones H6106 ,
2. घाटी में असंख्य हड्डियाँ भूमि पर पड़ी थी। यहोवा ने मुझे हड्डियों के चारों ओर घुमाया। मैंने देखा कि हड्डियाँ बहुत सूखी हैं। PEPS
2. And caused me to pass H5674 by H5921 them round about H5439 H5439 : and, behold H2009 , there were very H3966 many H7227 in H5921 the open H6440 valley H1237 ; and, lo H2009 , they were very H3966 dry H3002 .
3. तब मेरे स्वामी यहोवा ने मुझसे कहा, “मनुष्य के पुत्र, क्या यह हड्डियाँ जीवित हो सकती हैं” PEPS मैंने उत्तर दिया, “मेरे स्वामी यहोवा, उस प्रश्न का उत्तर केवल तू जानता है।” PEPS
3. And he said H559 unto H413 me, Son H1121 of man H120 , can these H428 bones H6106 live H2421 ? And I answered H559 , O Lord H136 GOD H3069 , thou H859 knowest H3045 .
4. मेरे स्वामी यहोवा ने मुझसे कहा, “उन हड्डियों से मेरे लिये बातें करो। उन हड्डियों से कहो, ‘सूखी हड्डियों, यहोवा का वचन सुनों!
4. Again he said H559 unto H413 me, Prophesy H5012 upon H5921 these H428 bones H6106 , and say H559 unto H413 them , O ye dry H3002 bones H6106 , hear H8085 the word H1697 of the LORD H3068 .
5. मेरा स्वामी यहोवा तुम से यह कहता है: मैं तुममें आत्मा को आने दूँगा और तुम जीवित हो जाओगे!
5. Thus H3541 saith H559 the Lord H136 GOD H3069 unto these H428 bones H6106 ; Behold H2009 , I H589 will cause breath H7307 to enter H935 into you , and ye shall live H2421 :
6. मैं तुम्हारे ऊपर नसें और माँस पेशियाँ चढ़ाऊँगा और मैं तुम्हें चमड़ी से ढक दूँगा। तब मैं तुम में प्राण का संचार करुँगा और तुम फिर जीवित हो उठोगे। तब तुम समझोगे कि मैं स्वामी यहोवा हूँ।’ ” PEPS
6. And I will lay H5414 sinews H1517 upon H5921 you , and will bring up H5927 flesh H1320 upon H5921 you , and cover H7159 H5921 you with skin H5785 , and put H5414 breath H7307 in you , and ye shall live H2421 ; and ye shall know H3045 that H3588 I H589 am the LORD H3068 .
7. अत: मैंने यहोवा के लिये उन हड्डियों से वैसे ही बातें कीं जैसा उसने कहा। मैं जब कुछ कह ही रहा था तभी मैंने प्रचण्ड ध्वनि सुनी। हड्डियाँ खड़खड़ाने लगीं और हड्डियाँ हड्डियों से एक साथ जुड़ीं!
7. So I prophesied H5012 as H834 I was commanded H6680 : and as I prophesied H5012 , there was H1961 a noise H6963 , and behold H2009 a shaking H7494 , and the bones H6106 came together H7126 , bone H6106 to H413 his bone H6106 .
8. वहाँ मेरी आँखों के सामने नसों, माँस पेशियों और त्वचा ने हड्डियों को ढकना आरम्भ किया। किन्तु शरीर हिले नहीं, उनमें प्राण नहीं था। PEPS
8. And when I beheld H7200 , lo H2009 , the sinews H1517 and the flesh H1320 came up H5927 upon H5921 them , and the skin H5785 covered H7159 H5921 them above H4605 : but there was no H369 breath H7307 in them.
9. तब तेरे स्वामी यहोवा ने मुझसे कहा, “सांस से मेरे लिये कहो। मनुष्य के पुत्र, मेरे लिये सांस से बातों करो। सांस से कहो कि स्वामी यहोवा यह कह रहा है: ‘सांस, हर दिशा से आओ और इन शवों में प्राण संचार करो। उनमें प्राण संचार करो और वे फिर जीवित हो जाएंगे!’ ” PEPS
9. Then said H559 he unto H413 me, Prophesy H5012 unto H413 the wind H7307 , prophesy H5012 , son H1121 of man H120 , and say H559 to H413 the wind H7307 , Thus H3541 saith H559 the Lord H136 GOD H3069 ; Come H935 from the four H4480 H702 winds H7307 , O breath H7307 , and breathe H5301 upon these H428 slain H2026 , that they may live H2421 .
10. इस प्रकार मैंने यहोवा के लिये सांस से बातें कीं जैसा उसने कहा और शवों में सांस आई। वे जीवित हुए और खड़े हो गये। वहाँ बहुत से पुरुष थे, वे एक बड़ी विशाल सेना थे! PEPS
10. So I prophesied H5012 as H834 he commanded H6680 me , and the breath H7307 came H935 into them , and they lived H2421 , and stood up H5975 upon H5921 their feet H7272 , an exceeding H3966 H3966 great H1419 army H2428 .
11. तब मेरे स्वामी यहोवा ने मुझसे कहा, “मनुष्य के पुत्र, ये हड्डियाँ इस्राएल के पूरे परिवार की तरह हैं! इस्राएल के लोग कहते है, हमारी हड्‌डियाँ सूख गई है, ‘हमारी आशा समाप्त है। हम पूरी तरह नष्ट किये जा चुके हैं।’
11. Then he said H559 unto H413 me, Son H1121 of man H120 , these H428 bones H6106 are the whole H3605 house H1004 of Israel H3478 : behold H2009 , they say H559 , Our bones H6106 are dried H3001 , and our hope H8615 is lost H6 : we are cut off H1504 for our parts.
12. इसलिये उनसे मेरे लिये बातें करो। उनसे कहो, ‘स्वामी यहोवा यह कहता है: मेरे लोगों, मैं तुम्हारी कब्रें खोलूँगा और तुम्हें कब्रों के बाहर लाऊँगा! तब मैं तुम्हें इस्राएल की भूमि पर लाऊँगा।
12. Therefore H3651 prophesy H5012 and say H559 unto H413 them, Thus H3541 saith H559 the Lord H136 GOD H3069 ; Behold H2009 , O my people H5971 , I H589 will open H6605 H853 your graves H6913 , and cause you to come up H5927 out of your graves H4480 H6913 , and bring H935 you into H413 the land H127 of Israel H3478 .
13. मेरे लोगों, मैं तुम्हारी कब्रें खोलूँगा और तुम्हारी कब्रों से तुम्हें बाहर लाऊँगा। तब तुम समझोगे कि मैं यहोवा हूँ।
13. And ye shall know H3045 that H3588 I H589 am the LORD H3068 , when I have opened H6605 H853 your graves H6913 , O my people H5971 , and brought you up H5927 H853 out of your graves H4480 H6913 ,
14. मैं अपनी आत्मा तुममे डालूँगा और तुम फिर से जीवित हो जाओगे। तब तुमको मैं तुम्हारे देश में वापस लाऊँगा। तब तुम जानोगे कि मैं यहोवा हूँ। तुम जानोगे कि मैंने ये बातें कहीं और उन्हें घटित कराया।’ ” यहोवा ने यह कहा था। PS
14. And shall put H5414 my spirit H7307 in you , and ye shall live H2421 , and I shall place H5117 you in H5921 your own land H127 : then shall ye know H3045 that H3588 I H589 the LORD H3068 have spoken H1696 it , and performed H6213 it , saith H5002 the LORD H3068 .
15. {यहूदा और इस्राएल का फिर एक होना} PS मुझे यहोवा का वचन फिर मिला। उसने कहा,
15. The word H1697 of the LORD H3068 came H1961 again unto H413 me, saying H559 ,
16. “मनुष्य के पुत्र, एक छड़ी लो और उस पर यह सन्देश लिखो: ‘यह छड़ी यहूदा और उसके मित्र इस्राएल के लोगों की है।’ तब दूसरी छड़ी लो और इस पर लिखो, ‘एप्रैम की यह छड़ी, यूसुफ और उसके मित्र इस्राएल के लोगों की है।’
16. Moreover, thou H859 son H1121 of man H120 , take H3947 thee one H259 stick H6086 , and write H3789 upon H5921 it , For Judah H3063 , and for the children H1121 of Israel H3478 his companions H2270 : then take H3947 another H259 stick H6086 , and write H3789 upon H5921 it , For Joseph H3130 , the stick H6086 of Ephraim H669 , and for all H3605 the house H1004 of Israel H3478 his companions H2270 :
17. तब दोनों छड़ियों को एक साथ जोड़ दो। तुम्हारे हाथ में वे एक छड़ी होंगी। PEPS
17. And join H7126 them one H259 to H413 another H259 into one H259 stick H6086 ; and they shall become H1961 one H259 in thine hand H3027 .
18. “तुम्हारे लोग यह स्पष्ट करने को कहेंगे कि इसका अर्थ क्या है।
18. And when H834 the children H1121 of thy people H5971 shall speak H559 unto H413 thee, saying H559 , Wilt thou not H3808 show H5046 us what H4100 thou meanest by these H428 ?
19. उनसे कहो कि स्वामी यहोवा कहता है, ‘मैं यूसुफ की छड़ी लूँगा जो इस्राएल के लोगों, जो एप्रैम और उसके मित्रों के हाथ में है। तब मैं उस छड़ी को यहूदा की छड़ी के साथ रखूँगा और इन्हें एक छड़ी बनाऊँगा। मेरे हाथ में वह एक छड़ी होगी!’ PEPS
19. Say H1696 unto H413 them, Thus H3541 saith H559 the Lord H136 GOD H3069 ; Behold H2009 , I H589 will take H3947 H853 the stick H6086 of Joseph H3130 , which H834 is in the hand H3027 of Ephraim H669 , and the tribes H7626 of Israel H3478 his fellows H2270 , and will put H5414 them with H5921 him, even with H854 the stick H6086 of Judah H3063 , and make H6213 them one H259 stick H6086 , and they shall be H1961 one H259 in mine hand H3027 .
20. “उनके आँखों के सामने उन छड़ियों को अपने हाथों में पकड़ो। तुमने वे नाम उन छड़ियों पर लिखे थे।
20. And the sticks H6086 whereon H834 H5921 thou writest H3789 shall be H1961 in thine hand H3027 before their eyes H5869 .
21. लोगों से कहो कि स्वामी यहोवा यह कहता है: ‘मैं इस्राएल के लोगों को उन राष्ट्रों से लाऊँगा, जहाँ वे गए हैं। मैं उन्हें चारों ओर से एकत्रित करूँगा और उनके अपने देश में लाऊँगा।
21. And say H1696 unto H413 them, Thus H3541 saith H559 the Lord H136 GOD H3069 ; Behold H2009 , I H589 will take H3947 H853 the children H1121 of Israel H3478 from among H4480 H996 the heathen H1471 , whither H834 H8033 they be gone H1980 , and will gather H6908 them on every side H4480 H5439 , and bring H935 them into H413 their own land H127 :
22. मैं उन्हें इस्राएल के पर्वतों के प्रदेश में एक राष्ट्र बनाऊँगा। उन सभी का केवल एक राजा होगा। वे दो राष्ट्र नहीं बने रहेंगे। वे भविष्य में राज्यों में नहीं बाँटे जा सकते।
22. And I will make H6213 them one H259 nation H1471 in the land H776 upon the mountains H2022 of Israel H3478 ; and one H259 king H4428 shall be H1961 king H4428 to them all H3605 : and they shall be H1961 no H3808 more H5750 two H8147 nations H1471 , neither H3808 shall they be divided H2673 into two H8147 kingdoms H4467 any more at all H5750 H5750 :
23. वे अपनी देवमूर्तियों और भयंकर मूर्तियों या अपने अन्य किसी अपराध से अपने आपको गन्दा बनाते नहीं रहेंगे। किन्तु मैं उन्हें सभी पापों से बचाता रहूँगा, चाहे वे जहाँ कहीं भी हों। मैं उन्हें नहलाऊँगा और शुद्ध करूँगा। वे मेरे लोग होंगे और मैं उनका परमेश्वर रहूँगा। PEPS
23. Neither H3808 shall they defile H2930 themselves any more H5750 with their idols H1544 , nor with their detestable things H8251 , nor with any H3605 of their transgressions H6588 : but I will save H3467 them out of all H4480 H3605 their dwelling places H4186 , wherein H834 they have sinned H2398 , and will cleanse H2891 them : so shall they be H1961 my people H5971 , and I H589 will be H1961 their God H430 .
24. “ ‘मेरा सेवक दाऊद उनके ऊपर राजा होगा। उन सभी का केवल एक गड़ेरिया होगा। वे मेरे नियमों के सहारे रहेंगे और मेरे विधियों का पालन करेंगे। वे वह काम करेंगे जो मैं कहूँगा।
24. And David H1732 my servant H5650 shall be king H4428 over H5921 them ; and they all H3605 shall have H1961 one H259 shepherd H7462 : they shall also walk H1980 in my judgments H4941 , and observe H8104 my statutes H2708 , and do H6213 them.
25. वे उस भूमि पर रहेंगे जो मैंने अपने सेवक याकूब को दी। तुम्हारे पूर्वज उस स्थान पर रहते थे और मेरे लोग वहाँ रहेंगे। वे, उनके बच्चे और उनके पौत्र—पौत्रियाँ वहाँ सर्वदा रहेंगी और मेरा सेवक दाऊद उनका प्रमुख सदा रहेगा।
25. And they shall dwell H3427 in H5921 the land H776 that H834 I have given H5414 unto Jacob H3290 my servant H5650 , wherein H834 your fathers H1 have dwelt H3427 ; and they shall dwell H3427 therein H5921 , even they H1992 , and their children H1121 , and their children H1121 's children H1121 forever H5769 : and my servant H5650 David H1732 shall be their prince H5387 forever H5769 .
26. मैं उनके साथ एक शान्ति—सन्धि करूँगा। यह सन्धि सदा बनी रहेगी। मैं उनको उनका देश देना स्वीकार करता हूँ। मैं उन्हें बहुसंख्यक लोग बनाना स्वीकार करता हूँ। मैं अपना पवित्र स्थान वहाँ उनके साथ सदा के लिये रखना स्वीकार करता हूँ।
26. Moreover I will make H3772 a covenant H1285 of peace H7965 with them ; it shall be H1961 an everlasting H5769 covenant H1285 with H854 them : and I will place H5414 them , and multiply H7235 them , and will set H5414 my sanctuary H4720 in the midst H8432 of them forevermore H5769 .
27. मेरा पवित्र तम्बू वहाँ उनके बीच रहेगा। हाँ, मैं उनका परमेश्वर और वे मेरे लोग होंगे।
27. My tabernacle H4908 also shall be H1961 with H5921 them: yea , I will be H1961 their God H430 , and they H1992 shall be H1961 my people H5971 .
28. तब अन्य राष्ट्र समझेंगे कि मैं यहोवा हूँ और वे जानेंगे कि मैं इस्राएल को, उनके बीच सदा के लिये अपना पवित्र स्थान रखकर, अपने विशेष लोग बना रहा हूँ।’ ” PE
28. And the heathen H1471 shall know H3045 that H3588 I H589 the LORD H3068 do sanctify H6942 H853 Israel H3478 , when my sanctuary H4720 shall be H1961 in the midst H8432 of them forevermore H5769 .
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