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1. {गोलियत का इस्राएल को चुनौती देना} PS पलिश्तियों ने अपनी सेना युद्ध के लिये इकट्ठी की। वे यहूदा स्थित सोको में युद्ध के लिये एकत्र हुए। उनका डेरा सोको और अजेका के बीच एपेसदम्मीम नामक नगर में था। PEPS
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1. Now the Philistines H6430 gathered together H622 H853 their armies H4264 to battle H4421 , and were gathered together H622 at Shochoh H7755 , which H834 belongeth to Judah H3063 , and pitched H2583 between H996 Shochoh H7755 and Azekah H5825 , in Ephes H658 -dammim.
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2. शाऊल और इस्राएल सैनिक भी वहाँ एक साथ एकत्रित हुए। उनका डेरा एला की घाटी में था। शाऊल के सैनिक मोर्चा लगाये पलिश्तियों से युद्ध करने के लिये तैयार थे।
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2. And Saul H7586 and the men H376 of Israel H3478 were gathered together H622 , and pitched H2583 by the valley H6010 of Elah H425 , and set the battle H4421 in array H6186 against H7125 the Philistines H6430 .
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3. पलिश्ती एक पहाड़ी पर थे और इस्राएली दूसरी पर । घाटी इन दोनों पहाड़ियों के बीच में थी। PEPS
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3. And the Philistines H6430 stood H5975 on H413 a mountain H2022 on the one side H4480 H2088 , and Israel H3478 stood H5975 on H413 a mountain H2022 on the other side H4480 H2088 : and there was a valley H1516 between H996 them.
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4. पलिश्तियों में एक गोलियत नाम का अजेय योद्धा था। गोलियत गत का था। गोलियत लगभग नौ फीट ऊँचा था। गोलियत पलिश्ती डेरे से बाहर आया।
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4. And there went out H3318 a champion H376 H1143 out of the camp H4480 H4264 of the Philistines H6430 , named H8034 Goliath H1555 , of Gath H4480 H1661 , whose height H1363 was six H8337 cubits H520 and a span H2239 .
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5. उसके सिर पर काँसे का टोप था। उसने पट्टीदार कवच का कोट पहन रखा था। यह कवच काँसे का बना था और इसका तौल लगभग एक सौ पच्चीस पौंड *एक सौ पच्चीस पौंड शाब्दिक “पाँच हजार शेकेल।” था।
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5. And he had a helmet H3553 of brass H5178 upon H5921 his head H7218 , and he H1931 was armed H3847 with a coat H8302 of mail H7193 ; and the weight H4948 of the coat H8302 was five H2568 thousand H505 shekels H8255 of brass H5178 .
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6. गोलियत ने अपने पैरों में काँसे के रक्षा कवच पहने थे। उसके पास काँसे का भाला था जो उसकी पीठ पर बंधा था।
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6. And he had greaves H4697 of brass H5178 upon H5921 his legs H7272 , and a target H3591 of brass H5178 between H996 his shoulders H3802 .
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7. गोलियत के भाले का फल जुलाहे की छड़ की तरह था। भाले की फल की तोल पन्द्रह पौंड थी। गोलियत का सहायक गोलियत की ढाल को लिये हुए उसके आगे आगे चल रहा था। PEPS
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7. And the staff H2671 of his spear H2595 was like a weaver H707 's beam H4500 ; and his spear H2595 's head H3852 weighed six H8337 hundred H3967 shekels H8255 of iron H1270 : and one bearing H5375 a shield H6793 went H1980 before H6440 him.
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8. गोलियत बाहर निकला और उसने इस्राएली सैनिकों को जोर से पुकार कर कहा, “तुम्हारे सभी सैनिक युद्ध के लिये मोर्चा क्यों लगाये हुए हैं? तुम शाऊल के सेवक हो। मैं एक पलिश्ती हूँ। इसलिये किसी एक व्यक्ति को चुनों और उसे मुझसे लड़ने को भेजो।
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8. And he stood H5975 and cried H7121 unto H413 the armies H4634 of Israel H3478 , and said H559 unto them, Why H4100 are ye come out H3318 to set your battle H4421 in array H6186 ? am not H3808 I H595 a Philistine H6430 , and ye H859 servants H5650 to Saul H7586 ? choose H1262 you a man H376 for you , and let him come down H3381 to H413 me.
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9. यदि वह व्यक्ति मुझे मार डालता है तो हम पलिश्ती तम्हारे दास हो जाएंगे। किन्तु यदि मैं उसे जीत लूँ और तुम्हारे व्यक्ति को मार डालूँ तो तुम हमारे दास हो जाना। तब तुम हमारी सेवा करोगे!” PEPS
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9. If H518 he be able H3201 to fight H3898 with H854 me , and to kill H5221 me , then will we be H1961 your servants H5650 : but if H518 I H589 prevail H3201 against him , and kill H5221 him , then shall ye be H1961 our servants H5650 , and serve H5647 us.
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10. पलिश्ती ने यह भी कहा, “आज मैं खड़ा हूँ और इस्राएल की सेना का मजाक उड़ा रहा हूँ! मुझे अपने में से एक के साथ लड़ने दो!” PEPS
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10. And the Philistine H6430 said H559 , I H589 defy H2778 H853 the armies H4634 of Israel H3478 this H2088 day H3117 ; give H5414 me a man H376 , that we may fight H3898 together H3162 .
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11. शाऊल और इस्राएली सैनिकों ने जो गोलियत कहा था, उसे सुना और वे बहुत भयभीत हो उठे। PS
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11. When Saul H7586 and all H3605 Israel H3478 heard H8085 H853 those H428 words H1697 of the Philistine H6430 , they were dismayed H2865 , and greatly H3966 afraid H3372 .
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12. {दाऊद का युद्ध क्षेत्र को जाना} PS दाऊद यिशै का पुत्र था। यिशै एप्राती परिवार के यहूदा बेतलेहेम से था। यिशै के आठ पुत्र थे। शाऊल के समय में यिशै एक बूढ़ा आदमी था।
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12. Now David H1732 was the son H1121 of that H2088 Ephrathite H376 H673 of Bethlehem H4480 H1035 -judah , whose name H8034 was Jesse H3448 ; and he had eight H8083 sons H1121 : and the man H376 went H935 among men H376 for an old H2204 man in the days H3117 of Saul H7586 .
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13. यिशै के तीन बड़े पुत्र शाऊल के साथ युद्ध में गये थे। प्रथम पुत्र एलीआब था। दूसरा पुत्र अबीनादाब था और तीसरा पुत्र शम्मा था।
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13. And the three H7969 eldest H1419 sons H1121 of Jesse H3448 went H1980 and followed H1980 H310 Saul H7586 to the battle H4421 : and the names H8034 of his three H7969 sons H1121 that H834 went H1980 to the battle H4421 were Eliab H446 the firstborn H1060 , and next H4932 unto him Abinadab H41 , and the third H7992 Shammah H8048 .
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14. दाऊद सबसे छोटा पुत्र था। तीनों पुत्र शाऊल की सेना में थे।
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14. And David H1732 was the youngest H6996 : and the three H7969 eldest H1419 followed H1980 H310 Saul H7586 .
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15. किन्तु दाऊद कभी—कभी बेतलेहेम में अपने पिता की भेड़ों की रखावाली के लिये शाऊल के पास से चला जाता था। PEPS
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15. But David H1732 went H1980 and returned H7725 from H4480 H5921 Saul H7586 to feed H7462 H853 his father H1 's sheep H6629 at Bethlehem H1035 .
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16. पलिश्ती गोलियत हर एक प्रात: एवं सन्ध्या को बाहर आता था और इस्राएल की सेना के सामने खड़ा हो जाता था। गोलियत ने चालीस दिन तक इस प्रकार इस्राएल का मजाक उड़ाया। PEPS
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16. And the Philistine H6430 drew near H5066 morning H7925 and evening H6150 , and presented himself H3320 forty H705 days H3117 .
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17. एक दिन यिशै ने अपने पुत्र दाऊद से कहा, “पके अन्न की टोकरी और इन दस रोटियों को डेरे में अपने भाईयों के पास ले जाओ।
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17. And Jesse H3448 said H559 unto David H1732 his son H1121 , Take H3947 now H4994 for thy brethren H251 an ephah H374 of this H2088 parched H7039 corn , and these H2088 ten H6235 loaves H3899 , and run H7323 to the camp H4264 to thy brethren H251 ;
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18. पनीर की इन दस पिंडियों को भी एक हजार सैनिकों वली अपने भाई की टुकड़ी के संचालक अधिकारी के लिये ले जाओ। देखो कि तुम्हारे भाई कैसे हैं। कुछ ऐसा लाओ जिससे मुझे पता चले कि तुम्हारे भाई ठीक—ठाक हैं।
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18. And carry H935 these H428 ten H6235 cheeses H2757 H2461 unto the captain H8269 of their thousand H505 , and look how H6485 thy brethren H251 fare H7965 , and take H3947 their pledge H6161 .
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19. तुम्हारे भाई शाऊल के साथ हैं और इस्राएल के सारे सैनिक एला घाटी में हैं। वे पलिश्तियों के विरुद्ध लड़ रहे हैं।” PEPS
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19. Now Saul H7586 , and they H1992 , and all H3605 the men H376 of Israel H3478 , were in the valley H6010 of Elah H425 , fighting H3898 with H5973 the Philistines H6430 .
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20. सवेरे तड़के ही दाऊद, ने भेड़ों की रखवाली दूसरे गड़रिये को सौंपी। दाऊद ने भोजन लिया और वहाँ के लिये चल पड़ा जहाँ के लिये यिशै ने कहा था। दाऊद अपनी गाड़ी को डेरे में ले गया। उस समय सैनिक लड़ाई में अपने मोर्चे संभालने जा रहे थे जब दाऊद वहाँ पहुँचा। सैनिक अपना युद्ध उद्घोष करने लगे।
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20. And David H1732 rose up early H7925 in the morning H1242 , and left H5203 H853 the sheep H6629 with H5921 a keeper H8104 , and took H5375 , and went H1980 , as H834 Jesse H3448 had commanded H6680 him ; and he came H935 to the trench H4570 , as the host H2428 was going forth H3318 to H413 the fight H4634 , and shouted H7321 for the battle H4421 .
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21. इस्राएली और पलिश्ती अपने पुरुषों को युद्ध में एक—दूसरे से भिड़ने के लिये इकट्ठा कर रहे थे। PEPS
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21. For Israel H3478 and the Philistines H6430 had put the battle in array H6186 , army H4634 against H7125 army H4634 .
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22. दाऊद ने भोजन और चीजों को उस व्यक्ति के पास छोड़ा जो सामग्री का वितरण करता था। दाऊद दौड़ कर उस स्थान पर पहुँचा जहाँ इस्राएली सैनिक थे। दाऊद ने अपने भाईयों के विषय में पूछा।
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22. And David H1732 left H5203 H853 his carriage H3627 in H5921 the hand H3027 of the keeper H8104 of the carriage H3627 , and ran H7323 into the army H4634 , and came H935 and saluted H7592 H7965 his brethren H251 .
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23. दाऊद ने अपने भाईयों के साथ बात करनी आरम्भ की। उसी समय वह पलिश्ती वीर योद्धा जिसका नाम गोलियत था और जो गत का निवासी था, पलिश्ती सेना से बाहर आया। पहले की तरह गोलियत ने इस्राएल के विरुद्ध वही बातें चिल्लाकर कहीं। PEPS
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23. And as he H1931 talked H1696 with H5973 them, behold H2009 , there came up H5927 the champion H376 H1143 , the Philistine H6430 of Gath H4480 H1661 , Goliath H1555 by name H8034 , out of the armies H4480 H4630 of the Philistines H6430 , and spoke H1696 according to the same H428 words H1697 : and David H1732 heard H8085 them .
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24. इस्राएली सैनिकों ने गोलियत को देखा और वे भाग खड़े हुए। वे सभी उससे भयभीत थे।
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24. And all H3605 the men H376 of Israel H3478 , when they saw H7200 H853 the man H376 , fled H5127 from H4480 H6440 him , and were sore H3966 afraid H3372 .
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25. इस्राएली व्यक्तियों में से एक ने कहा, “अरे लोगों, तुममें से किसी ने उस देखा है! उसे देखो! वह गोलियत आ रहा है जो बार—बार इस्राएल का मजाक उड़ाता है। जो कोई उस व्यक्ति को मार देगा, धनी हो जायेगा! राजा शाऊल उसे बहुत धन देगा। शाऊल अपनी पुत्री का विवाह भी उस व्यक्ति से कर देगा, जो गोलियत को मारेगा और शाऊल उस व्यक्ति के परिवार को इस्राएल में स्वतन्त्र कर देगा।” PEPS
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25. And the men H376 of Israel H3478 said H559 , Have ye seen H7200 this H2088 man H376 that is come up H5927 ? surely H3588 to defy H2778 H853 Israel H3478 is he come up H5927 : and it shall be H1961 , that the man H376 who H834 killeth H5221 him , the king H4428 will enrich H6238 him with great H1419 riches H6239 , and will give H5414 him his daughter H1323 , and make H6213 his father H1 's house H1004 free H2670 in Israel H3478 .
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26. दाऊद ने समीप खड़े आदमी से पूछा, “उसने क्या कहा? इस पलिश्ती को मारने और इस्राएल के इस अपमान को दूर करने का पुरस्कार क्या है? अन्तत: यह गोलियत है ही क्या? यह बस एक विदेशी मात्र है। गोलियत एक पलिश्ती से अधिक कुछ नहीं। वह क्यों सोचता है कि वह साक्षात् परमेश्वर की सेना के विरुद्ध बोल सकता है?” PEPS
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26. And David H1732 spoke H559 to H413 the men H376 that stood H5975 by H5973 him, saying H559 , What H4100 shall be done H6213 to the man H376 that H834 killeth H5221 H853 this H1975 Philistine H6430 , and taketh away H5493 the reproach H2781 from H4480 H5921 Israel H3478 ? for H3588 who H4310 is this H2088 uncircumcised H6189 Philistine H6430 , that H3588 he should defy H2778 the armies H4634 of the living H2416 God H430 ?
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27. इसलिए इस्राएलियों ने गोलियत को मारने के लिये पुरस्कार के बारे में बताया।
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27. And the people H5971 answered H559 him after this H2088 manner H1697 , saying H559 , So H3541 shall it be done H6213 to the man H376 that H834 killeth H5221 him.
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28. दाऊद के बड़े भाई एलीआब ने दाऊद को सैनिकों से बातें करते सुना। एलीआब ने दाऊद पर क्रोधित हुआ। एलीआब दाऊद से पूछा, “तुम यहाँ क्यों आये? मरुभूमि में उन थोड़ी सी भेड़ों को किस के पास छोड़कर आये हो? मैं जानता हूँ कि तुम यहाँ क्यों आये हो! तुम वह करना नहीं चाहते जो तुमसे करने को कहा गया था। तुम केवल यहाँ युद्ध देखने के लिये आना चाहते थे!” PEPS
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28. And Eliab H446 his eldest H1419 brother H251 heard H8085 when he spoke H1696 unto H413 the men H376 ; and Eliab H446 's anger H639 was kindled H2734 against David H1732 , and he said H559 , Why H4100 camest thou down H3381 hither? and with H5921 whom H4310 hast thou left H5203 those H2007 few H4592 sheep H6629 in the wilderness H4057 ? I H589 know H3045 H853 thy pride H2087 , and the naughtiness H7455 of thine heart H3824 ; for H3588 thou art come down H3381 that H4616 thou mightest see H7200 the battle H4421 .
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29. दाऊद ने कहा, “ऐसा मैंने क्या किया है? मैंने कोई गलती नहीं की! मैं केवल बातें कर रहा था।”
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29. And David H1732 said H559 , What H4100 have I now H6258 done H6213 ? Is there not H3808 a cause H1697 ?
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30. दाऊद दूसरे लोगों की तरफ मुड़ा और उनसे वे ही प्रश्न किये। उन्होने दाऊद को वे ही पहले जैसे उत्तर दिये। PEPS
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30. And he turned H5437 from H4480 H681 him toward another H413 H4136 H312 , and spoke H559 after the same H2088 manner H1697 : and the people H5971 answered H1697 him again H7725 after the former H7223 manner H1697 .
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31. कुछ व्यक्तियों ने दाऊद को बातें करते सुना। उन्होंने दाऊद के बारे में शाऊल से कहा। शाऊल ने आदेश दिया कि वे दाऊद को उसके पास लाएं।
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31. And when the words H1697 were heard H8085 which H834 David H1732 spoke H1696 , they rehearsed H5046 them before H6440 Saul H7586 : and he sent H3947 for him.
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32. दाऊद ने शाऊल से कहा, “किसी व्यक्ति को उसके कारण हतोत्साहित मत होने दो। मैं आपका सेवक हूँ। मैं इस पलिश्ती से लड़ने जाऊँगा।” PEPS
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32. And David H1732 said H559 to H413 Saul H7586 , Let no H408 man H120 's heart H3820 fail H5307 because H5921 of him ; thy servant H5650 will go H1980 and fight H3898 with H5973 this H2088 Philistine H6430 .
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33. शाऊल ने उत्तर दिया, “तुम नहीं जा सकते और इस पलिश्ती गोलियत से नहीं लड़ सकते। तुम सैनिक भी नहीं हो! †तुम सैनिक … हो या “तुम केवल लड़े हो।” हिब्रू में प्राय: “लड़का” शब्द का अर्थ “सेवक” है या सैनिक का “शस्त्रवाहक” है। तुम अभी बच्चे हो और गोलियत जब बच्चा था, तभी से युद्धों में लड़ रहा है।” PEPS
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33. And Saul H7586 said H559 to H413 David H1732 , Thou art not H3808 able H3201 to go H1980 against H413 this H2088 Philistine H6430 to fight H3898 with H5973 him: for H3588 thou H859 art but a youth H5288 , and he H1931 a man H376 of war H4421 from his youth H4480 H5271 .
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34. किन्तु दाऊद ने शाऊल से कहा, “मैं आपका सेवक हूँ और मैं अपने पिता की भेड़ों की रखवाली भी करता रहा हूँ। यदि कोई शेर या रीछ आता और झुंड से किसी भेड़ को उठा ले जाता।
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34. And David H1732 said H559 unto H413 Saul H7586 , Thy servant H5650 kept H1961 H7462 his father H1 's sheep H6629 , and there came H935 a lion H738 , and a bear H1677 , and took H5375 a lamb H7716 out of the flock H4480 H5739 :
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35. तो मैं उसका पीछा करता था। मैं उस जंगली जानवर पर आक्रमण करता था और उसके मुँह से भेड़ को बचा लेता था और उससे युद्ध करता था तथा उसे मार डालता था।
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35. And I went out H3318 after H310 him , and smote H5221 him , and delivered H5337 it out of his mouth H4480 H6310 : and when he arose H6965 against H5921 me , I caught H2388 him by his beard H2206 , and smote H5221 him , and slew H4191 him.
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36. मैंने एक शेर और एक रीछ को मार डाला है! मैं उस विदेशी गोलियत को वैसे ही मार डालूँगा। गोलियत मरेगा, क्योंकि उसने साक्षात परमेश्वर की सेना का मजाक उड़ाया है।
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36. Thy servant H5650 slew H5221 both H1571 H853 the lion H738 and H1571 the bear H1677 : and this H2088 uncircumcised H6189 Philistine H6430 shall be H1961 as one H259 of H4480 them, seeing H3588 he hath defied H2778 the armies H4634 of the living H2416 God H430 .
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37. यहोवा ने मुझे शेर और रीछ से बचाया है। यहोवा इस पलिश्ती गोलियत से भी मेरी रक्षा करेगा।” PEPS शाऊल ने दाऊद से कहा, “जाओ यहोवा तुम्हारे साथ हो।”
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37. David H1732 said H559 moreover , The LORD H3068 that H834 delivered H5337 me out of the paw H4480 H3027 of the lion H738 , and out of the paw H4480 H3027 of the bear H1677 , he H1931 will deliver H5337 me out of the hand H4480 H3027 of this H2088 Philistine H6430 . And Saul H7586 said H559 unto H413 David H1732 , Go H1980 , and the LORD H3068 be H1961 with H5973 thee.
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38. शाऊल ने अपने वस्त्र दाऊद को पहनाये। शाऊल ने एक काँसे का टोप दाऊद के सिर पर रखा और उसके शरीर पर क्वच पहनाया।
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38. And Saul H7586 armed H3847 H853 David H1732 with his armor H4055 , and he put H5414 a helmet H6959 of brass H5178 upon H5921 his head H7218 ; also he armed H3847 him with a coat of mail H8302 .
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39. दाऊद ने तलवार ली और चारों ओर चलने का प्रयत्न किया। इस प्रकार दाऊद ने शाऊल की वर्दी को पहनने का प्रयत्न किया। किन्तु दाऊद को उन भारी चीज़ों को पहनने का अभ्यास नहीं था। दाऊद ने शाऊल से कहा, “मैं इन चीज़ों के साथ नहीं लड़ सकता। मेरा अभ्यास इनके लिये नहीं है।” PEPS इसलिये दाऊद ने उन सब को उतार दिया।
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39. And David H1732 girded H2296 H853 his sword H2719 upon H4480 H5921 his armor H4055 , and he attempted H2974 to go H1980 ; for H3588 he had not H3808 proved H5254 it . And David H1732 said H559 unto H413 Saul H7586 , I cannot H3201 H3808 go H1980 with these H428 ; for H3588 I have not H3808 proved H5254 them . And David H1732 put H5493 them off H4480 H5921 him.
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40. दाऊद ने अपनी छड़ी अपने हाथों में ली। घाटी से दाऊद ने पाँच चिकने पत्थर चुने। उसने पाँचों पत्थरों को अपने गड़रिये वाले थैले में रखा। उसने अपना गोफन (गुलेल) अपने हाथों में लिया और वह पलिश्ती (गोलियत) से मिलने चल पड़ा। दाऊद, गोलियत को मार डालाता है PS
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40. And he took H3947 his staff H4731 in his hand H3027 , and chose H977 him five H2568 smooth H2512 stones H68 out of H4480 the brook H5158 , and put H7760 them in a shepherd H7462 's bag H3627 which H834 he had , even in a scrip H3219 ; and his sling H7050 was in his hand H3027 : and he drew near H5066 to H413 the Philistine H6430 .
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41. पलिश्ती (गोलियत) धीरे—धीरे दाऊद के समीप और समीपतर होता गया। गोलियत का सहायक उसकी ढाल लेकर उसके आगे चल रहा था।
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41. And the Philistine H6430 came H1980 on H1980 and drew near H7131 unto H413 David H1732 ; and the man H376 that bore H5375 the shield H6793 went before H6440 him.
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42. गोलियत ने दाऊद को देखा और हँसा। गोलियत ने देखा कि दाऊद सैनिक नहीं है। वह तो केवल सुनहरे बालों वाला युवक है।
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42. And when the Philistine H6430 looked about H5027 , and saw H7200 H853 David H1732 , he disdained H959 him: for H3588 he was H1961 but a youth H5288 , and ruddy H132 , and of H5973 a fair H3303 countenance H4758 .
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43. गोलियत ने दाऊद से कहा, “यह छड़ी किस लिये है? क्या तुम कुत्ते की तरह मेरा पीछा करके मुझे भगाने आये हो?” तब गोलियत ने अपने देवताओं का नाम लेकर दाऊद के विरुद्ध अपशब्द कहे।
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43. And the Philistine H6430 said H559 unto H413 David H1732 , Am I H595 a dog H3611 , that H3588 thou H859 comest H935 to H413 me with staves H4731 ? And the Philistine H6430 cursed H7043 H853 David H1732 by his gods H430 .
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44. गोलियत ने दाऊद से कहा, “यहाँ आओ, मैं तुम्हरे शरीर को पक्षियों और पशूओं को खिला दूँगा!” PEPS
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44. And the Philistine H6430 said H559 to H413 David H1732 , Come H1980 to H413 me , and I will give H5414 H853 thy flesh H1320 unto the fowls H5775 of the air H8064 , and to the beasts H929 of the field H7704 .
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45. दाऊद ने पलिश्ती (गोलियत) से कहा, “तुम मेरे पास तलवार, बछर्ा और भाला चलाने आये हो। किन्तु मैं तुम्हारे पास इस्राएल की सेना के परमेश्वर सर्वशक्तिमान यहोवा के नाम पर आया हूँ। तुमने उसके विरुद्ध बुरी बातें कहीं हैं।
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45. Then said H559 David H1732 to H413 the Philistine H6430 , Thou H859 comest H935 to H413 me with a sword H2719 , and with a spear H2595 , and with a shield H3591 : but I H595 come H935 to H413 thee in the name H8034 of the LORD H3068 of hosts H6635 , the God H430 of the armies H4634 of Israel H3478 , whom H834 thou hast defied H2778 .
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46. आज यहोवा तुमको मेरे द्वारा पराजित कराएगा। मैं तुमको मार डालूँगा। आज मैं तुम्हारा सिर काट डालूँगा और तुम्हारे शरीर को पक्षियों और जंगली जानवरों को खिला दूँगा। हम लोग अन्य पलिश्तियों के साथ भी यही करेंगे। तब सारा संसार जानेगा कि इस्राएल में परमेश्वर है!
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46. This H2088 day H3117 will the LORD H3068 deliver H5462 thee into mine hand H3027 ; and I will smite H5221 thee , and take H5493 H853 thine head H7218 from H4480 H5921 thee ; and I will give H5414 the carcasses H6297 of the host H4264 of the Philistines H6430 this H2088 day H3117 unto the fowls H5775 of the air H8064 , and to the wild beasts H2416 of the earth H776 ; that all H3605 the earth H776 may know H3045 that H3588 there is H3426 a God H430 in Israel H3478 .
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47. यहाँ इकट्ठे सभी लोग जानेंगे कि लोगों की रक्षा के लिये यहोवा को तलवार और भाले की आवश्यकता नहीं। युद्ध यहोवा का है और यहोवा तुम सभी पलिश्तियों को हराने में हमारी सहायता करेगा।” PEPS
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47. And all H3605 this H2088 assembly H6951 shall know H3045 that H3588 the LORD H3068 saveth H3467 not H3808 with sword H2719 and spear H2595 : for H3588 the battle H4421 is the LORD H3068 's , and he will give H5414 you into our hands H3027 .
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48. पलिश्ती (गोलियत) दाऊद पर आक्रमण करने उसके पास आया। दाऊद गोलियत से भिड़ने के लिये तेजी से दौड़ा
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48. And it came to pass H1961 , when H3588 the Philistine H6430 arose H6965 , and came H1980 and drew nigh H7126 to meet H7125 David H1732 , that David H1732 hasted H4116 , and ran H7323 toward the army H4634 to meet H7125 the Philistine H6430 .
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49. दाऊद ने एक पत्थर अपने थैले से निकाला। उसने उसे अपने गोफन (गुलेल) पर चढ़ाया और उसे चला दिया। पत्थर गुलेल से उड़ा और उसने गोलियत के माथे पर चोट की। पत्थर उसके सिर में गहरा घुस गया और गोलियत मुँह के बल गिर पड़ा। PEPS
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49. And David H1732 put H7971 H853 his hand H3027 in H413 his bag H3627 , and took H3947 thence H4480 H8033 a stone H68 , and slung H7049 it , and smote H5221 H853 the Philistine H6430 in H413 his forehead H4696 , that the stone H68 sunk H2883 into his forehead H4696 ; and he fell H5307 upon H5921 his face H6440 to the earth H776 .
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50. इस प्रकार दाऊद ने एक गोफन और एक पत्थर से पलिश्ती को हरा दिया। उसने पलिश्ती पर चोट की और उसे मार डाला। दाऊद के पास कोई तलवार नहीं थी।
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50. So David H1732 prevailed H2388 over H4480 the Philistine H6430 with a sling H7050 and with a stone H68 , and smote H5221 H853 the Philistine H6430 , and slew H4191 him ; but there was no H369 sword H2719 in the hand H3027 of David H1732 .
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51. इसलिए दाऊद दौड़ा और पलिश्ती की बगल में खड़ा हो गया। दाऊद ने गोलियत की तलवार उसकी म्यान से निकाली और उससे गोलियत का सिर काट डाला और इस तरह दाऊद ने पलिश्ती को मार डाला। PEPS जब अन्य पलिश्तियों ने देखा कि उनका वीप मारा गया तो वे मुड़े और भाग गए।
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51. Therefore David H1732 ran H7323 , and stood H5975 upon H413 the Philistine H6430 , and took H3947 H853 his sword H2719 , and drew H8025 it out of the sheath H4480 H8593 thereof , and slew H4191 him , and cut off H3772 H853 his head H7218 therewith . And when the Philistines H6430 saw H7200 their champion H1368 was dead H4191 , they fled H5127 .
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52. इस्राएल और यहूदा के सैनिकों ने जयघोष किया और पलिश्तियों का पीछा करने लगे। इस्राएलियों ने लगातार गत की सामा और एक्रोन के द्वार तक पलिश्तियों का पीछा किया। उन्होंने अनकों पलिश्ती मार गिराए। उनके शव शारैंम सड़क पर गत और एक्रोन तक लगातार बिछ गए।
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52. And the men H376 of Israel H3478 and of Judah H3063 arose H6965 , and shouted H7321 , and pursued H7291 H853 the Philistines H6430 , until H5704 thou come H935 to the valley H1516 , and to H5704 the gates H8179 of Ekron H6138 . And the wounded H2491 of the Philistines H6430 fell down H5307 by the way H1870 to Shaaraim H8189 , even unto H5704 Gath H1661 , and unto H5704 Ekron H6138 .
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53. पलिश्तियों का पीछा करने के बाद इस्राएली पलिश्तियों के डेरे में लौटे। इस्राएली उस डेरे से बहुत सी चीज़ें ले गये। PEPS
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53. And the children H1121 of Israel H3478 returned H7725 from chasing H4480 H1814 after H310 the Philistines H6430 , and they spoiled H8155 H853 their tents H4264 .
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54. दाऊद पलिश्ती का सिर यरूशलेम ले गया। दाऊद ने पलिश्तियों के शस्त्रों को अपने पास अपने डेरे में रखा। PS
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54. And David H1732 took H3947 H853 the head H7218 of the Philistine H6430 , and brought H935 it to Jerusalem H3389 ; but he put H7760 his armor H3627 in his tent H168 .
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55. {शाऊल दाऊद से डरने लगाता है।} PS शाऊल ने दाऊद को गोलियत से लड़ने के लिये जाते देखा था। शाऊल ने सेनापति अब्नेर से बातें की, “अब्नेर, उस युवक का पिता कौन है?” PEPS अब्नेर ने उत्तर दिया, “महाराज, मैं शपथ खाकर कहता हूँ—मैं नहीं जानता।” PEPS
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55. And when Saul H7586 saw H7200 H853 David H1732 go forth H3318 against H7125 the Philistine H6430 , he said H559 unto H413 Abner H74 , the captain H8269 of the host H6635 , Abner H74 , whose H4310 son H1121 is this H2088 youth H5288 ? And Abner H74 said H559 , As thy soul H5315 liveth H2416 , O king H4428 , I cannot H518 tell H3045 .
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56. राजा शाऊल ने कहा, “पता लगाओ कि उस युवक का पिता कौन है?” PEPS
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56. And the king H4428 said H559 , Inquire H7592 thou H859 whose H4310 son H1121 the stripling H5958 is .
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57. जब दाऊद गोलियत को मारने के बाद लौटा तो अब्नेर उसे शाऊल के पास लाया। दाऊद तब भी पलिश्ती का सिर हाथ में पकड़ा हुआ था। PEPS
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57. And as David H1732 returned H7725 from the slaughter H4480 H5221 of H853 the Philistine H6430 , Abner H74 took H3947 him , and brought H935 him before H6440 Saul H7586 with the head H7218 of the Philistine H6430 in his hand H3027 .
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58. शाऊल ने पुछा, “युवक तुम्हारा पिता कौन है?” PEPS दाऊद ने उत्तर दिया, “मैं आपके सेवक बेतलेहेम के यिशै का पुत्र हूँ।” PE
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58. And Saul H7586 said H559 to H413 him, Whose H4310 son H1121 art thou H859 , thou young man H5288 ? And David H1732 answered H559 , I am the son H1121 of thy servant H5650 Jesse H3448 the Bethlehemite H1022 .
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