Bible Books

:
1

1. {आराम के लिए परमेश्वर का सन्देश} PS यह दमिश्क के लिये दु:खद सन्देश है। यहोवा कहता है कि दमिश्क के साथ में बातें घटेंगी: “दमिश्क जो आज नगर है किन्तु कल यह उजड़ जायेगा।
दमिश्क में बस टूटे फूटे भवन ही बचेंगे।
1. The burden H4853 of Damascus H1834 . Behold H2009 , Damascus H1834 is taken away H5493 from being a city H4480 H5892 , and it shall be H1961 a ruinous H4654 heap H4596 .
2. अरोएर के नगरों को लोग छोड़ जायेंगे।
उन उजड़े हुए नगरों में भेड़ों की रेवड़े खुली घूमेंगी।
वहाँ कोई उनको डराने वाला नहीं होगा।
2. The cities H5892 of Aroer H6177 are forsaken H5800 : they shall be H1961 for flocks H5739 , which shall lie down H7257 , and none H369 shall make them afraid H2729 .
3. एप्रैम (इस्राएल) के गढ़ नगर ध्वस्त हो जायेंगे।
दमिश्क के शासन का अन्त हो जायेगा।
जैसे घटनाएँ इस्राएल में घटती हैं वैसी ही घटनाएँ अराम में भी घटेंगी।
सभी महत्त्वपूर्ण व्यक्ति उठा लिये जायेंगे।” सर्वशक्तिमान यहोवा ने बताया कि ये बातें घटेंगी।
3. The fortress H4013 also shall cease H7673 from Ephraim H4480 H669 , and the kingdom H4467 from Damascus H4480 H1834 , and the remnant H7605 of Syria H758 : they shall be H1961 as the glory H3519 of the children H1121 of Israel H3478 , saith H5002 the LORD H3068 of hosts H6635 .
4. उन दिनों याकूब की (इस्राएल की) सारी सम्पति चली जायेगी।
याकूब वैसा हो जायेगा जैसा व्यक्ति रोग से दुबला हो। PS
4. And in that H1931 day H3117 it shall come to pass H1961 , that the glory H3519 of Jacob H3290 shall be made thin H1809 , and the fatness H4924 of his flesh H1320 shall wax lean H7329 .
5. “वह समय ऐसा होगा जैसे रपाईम घाटी में फसल काटने के समय होता है। मजदूर उन पौधों को इकट्ठा करते हैं जो खेत में उपजते हैं। फिर वे उन पौधों की बालों को काटते हैं और उनसे अनाज के दाने निकालते हैं। PEPS
5. And it shall be H1961 as when the harvest man H7105 gathereth H622 the corn H7054 , and reapeth H7114 the ears H7641 with his arm H2220 ; and it shall be H1961 as he that gathereth H3950 ears H7641 in the valley H6010 of Rephaim H7497 .
6. “वह समय उस समय के भी समान होगा जब लोग जैतून की फसल उतारते हैं। लोग जैतून के पेड़ों से जैतून झाड़ते हैं। किन्तु पेड़ की चोटी पर प्राय: कुछ फल तब भी बचे रह जाते हैं। चोटी की कुछ शाखाओं पर चार पाँच जैतून के फल छूट जाते हैं। उन नगरों में भी ऐसा ही होगा।” सर्वशक्तिमान यहोवा ने ये बातें कही थीं। PEPS
6. Yet gleaning grapes H5955 shall be left H7604 in it , as the shaking H5363 of an olive tree H2132 , two H8147 or three H7969 berries H1620 in the top H7218 of the uppermost bough H534 , four H702 or five H2568 in the outermost fruitful H6509 branches H5585 thereof, saith H5002 the LORD H3068 God H430 of Israel H3478 .
7. उस समय लोग परमेश्वर की ओर निहारेंगे। परमेश्वर, जिसने उनकी रचना की है। वे इस्राएल के पवित्र की ओर सहायता के लिये देखेगें।
7. At that H1931 day H3117 shall a man H120 look H8159 to H5921 his Maker H6213 , and his eyes H5869 shall have respect H7200 to H413 the Holy One H6918 of Israel H3478 .
8. लोग उन वेदियों पर विश्वास करना समाप्त कर देंगे जिनको उन्होंने स्वयं अपने हाथों से बनाया था। अशेरा देवी के जिन खम्भों और धूप जलाने की वेदियों को उन्होंने अपनी उँगलियों से बनाया था, वे उन पर भरोसा करना बंद कर देंगे।
8. And he shall not H3808 look H8159 to H413 the altars H4196 , the work H4639 of his hands H3027 , neither H3808 shall respect H7200 that which H834 his fingers H676 have made H6213 , either the groves H842 , or the images H2553 .
9. उस समय, सभी गढ़—नगर उजड़ जायेंगे। वे नगर ऐसे पर्वत और जंगलों के समान हो जायेंगे, जैसे वे इस्राएलियों के आने से पहले हुआ करते थे। बीते हुए दिनों में वहाँ से सभी लोग दूर भाग गये थे क्योंकि इस्राएल के लोग वहाँ रहे थे। भविष्य में यह देश फिर उजड़ जायेगा।
9. In that H1931 day H3117 shall his strong H4581 cities H5892 be H1961 as a forsaken H5800 bough H2793 , and an uppermost branch H534 , which H834 they left H5800 because H4480 H6440 of the children H1121 of Israel H3478 : and there shall be H1961 desolation H8077 .
10. ऐसा इसलिये होगा क्योंकि तुमने अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर को भुला दिया है। तुमने यह याद नहीं रखा कि परमेश्वर ही तुम्हारा शरण स्थल है। PEPS तुम सुदूर स्थानों से कुछ बहुत अच्छी अँगूर की बेलें लाये थे। तुम अंगूर की बेलों को रोप सकते हो किन्तु उन पौधों में बढ़वार नहीं होगी।
10. Because H3588 thou hast forgotten H7911 the God H430 of thy salvation H3468 , and hast not H3808 been mindful H2142 of the rock H6697 of thy strength H4581 , therefore H5921 H3651 shalt thou plant H5193 pleasant H5282 plants H5194 , and shalt set H2232 it with strange H2114 slips H2156 :
11. एक दिन तुम अपनी अँगूर की उन बेलों को रोपोगे और उनकी बढ़वार का जतन करोगे। अगले दिन, वे पौधे बढ़ने भी लगेंगे किन्तु फसल उतारने के समय जब तुम उन बेलों के फल इकट्ठे करने जाओगे तब देखोगे कि सब कुछ सूख चुका है। एक बीमारी सभी पौधों का अंत कर देगी।
11. In the day H3117 shalt thou make thy plant H5194 to grow H7735 , and in the morning H1242 shalt thou make thy seed H2233 to flourish H6524 : but the harvest H7105 shall be a heap H5067 in the day H3117 of grief H2470 and of desperate H605 sorrow H3511 .
12. बहुत सारे लोगों का भीषणा नाद सुनो!
यह नाद सागर के नाद जैसा भयानक है।
लोगों का शोर सुनो।
ये शोर ऐसा है जैसे सागर की लहरे टकरा उठती हो।
12. Woe H1945 to the multitude H1995 of many H7227 people H5971 , which make a noise H1993 like the noise H1993 of the seas H3220 ; and to the rushing H7588 of nations H3816 , that make a rushing H7582 like the rushing H7588 of mighty H3524 waters H4325 !
13. लोग उन्हीं लहरों जैसे होंगे।
परमेश्वर उन लोगों को झिड़की देगा, और वे दूर भाग जायेंगे।
लोग उस भूसे के समान होंगे जिस की पहाड़ी पर हवा उड़ाती फिरती है।
लोग वैसे हो जायेंगे जैसे आँधी उखाड़े जा रही है।
आँधी उसे उड़ाती है और दूर ले जाती है।
13. The nations H3816 shall rush H7582 like the rushing H7588 of many H7227 waters H4325 : but God shall rebuke H1605 them , and they shall flee H5127 far off H4480 H4801 , and shall be chased H7291 as the chaff H4671 of the mountains H2022 before H6440 the wind H7307 , and like a rolling thing H1534 before H6440 the whirlwind H5492 .
14. उस रात लोग बहुत ही डर जायेंगे।
सुबह होने से पहले, कुछ भी नहीं बच पायेगा।
सो शत्रुओं को वहाँ कुछ भी हाथ नहीं आयेगा।
वे हमारी धरती की ओर आयेंगे,
किन्तु वहाँ भी कुछ नहीं होगा। PE
14. And behold H2009 at eveningtide H6256 H6153 trouble H1091 ; and before H2962 the morning H1242 he is not H369 . This H2088 is the portion H2506 of them that spoil H8154 us , and the lot H1486 of them that rob H962 us.
Copy Rights © 2023: biblelanguage.in; This is the Non-Profitable Bible Word analytical Website, Mainly for the Indian Languages. :: About Us .::. Contact Us
×

Alert

×