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1. दाऊद के पुत्र और इस्राएल के राजा सुलैमान के नीतिवचन। यह शब्द इसलिये लिखे गये हैं,
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1. The proverbs H4912 of Solomon H8010 the son H1121 of David H1732 , king H4428 of Israel H3478 ;
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2. ताकि मनुष्य बुद्धि को पाये, अनुशासन को ग्रहण करे, जिनसे समझ भरी बातों का ज्ञान हो,
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2. To know H3045 wisdom H2451 and instruction H4148 ; to perceive H995 the words H561 of understanding H998 ;
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3. ताकि मनुष्य विवेकशील, अनुशासित जीवन पाये, और धर्म—पूर्ण, न्याय—पूर्ण, पक्षपातरहित कार्य करे,
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3. To receive H3947 the instruction H4148 of wisdom H7919 , justice H6664 , and judgment H4941 , and equity H4339 ;
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4. सरल सीधे जन को विवेक और ज्ञान तथा युवकों को अच्छे बुरे का भेद सिखा (बता) पायें।
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4. To give H5414 subtlety H6195 to the simple H6612 , to the young man H5288 knowledge H1847 and discretion H4209 .
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5. बुद्धिमान उन्हें सुन कर निज ज्ञान बढ़ावें और समझदार व्यक्ति दिशा निर्देश पायें,
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5. A wise H2450 man will hear H8085 , and will increase H3254 learning H3948 ; and a man of understanding H995 shall attain H7069 unto wise counsels H8458 :
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6. ताकि मनुष्य नीतिवचन, ज्ञानी के दृष्टाँतों को और पहेली भरी बातों को समझ सकें। PEPS
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6. To understand H995 a proverb H4912 , and the interpretation H4426 ; the words H1697 of the wise H2450 , and their dark sayings H2420 .
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7. यहोवा का भय मानना ज्ञान का आदि है किन्तु मूर्ख जन तो बुद्धि और अनुशासन को तुच्छ मानते हैं। विवेकपूर्ण बनो चेतावनी: प्रलोभन से बचो PS
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7. The fear H3374 of the LORD H3068 is the beginning H7225 of knowledge H1847 : but fools H191 despise H936 wisdom H2451 and instruction H4148 .
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8. हे मेरे पुत्र, अपने पिता की शिक्षा पर ध्यान दे और अपनी माता की नसीहत को मत भूल।
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8. My son H1121 , hear H8085 the instruction H4148 of thy father H1 , and forsake H5203 not H408 the law H8451 of thy mother H517 :
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9. वे तेरा सिर सजाने को मुकुट और शोभायमान करने तेरे गले का हार बनेंगे। PEPS
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9. For H3588 they H1992 shall be an ornament H3880 of grace H2580 unto thy head H7218 , and chains H6060 about thy neck H1621 .
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10. हे मेरे पुत्र, यदि पापी तुझे बहलाने फुसलाने आयें उनकी कभी मत मानना।
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10. My son H1121 , if H518 sinners H2400 entice H6601 thee, consent H14 thou not H408 .
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11. और यदि वे कहें, “आजा हमारे साथ! आ, हम किसी के घात में बैठे! आ निर्दोष पर छिपकर वार करें!
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11. If H518 they say H559 , Come H1980 with H854 us , let us lay wait H693 for blood H1818 , let us lurk privily H6845 for the innocent H5355 without cause H2600 :
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12. आ, हम उन्हें जीवित ही सारे का सारा निगल जायें वैसे ही जैसे कब्र निगलती हैं। जैसे नीचे पाताल में कहीं फिसलता चला जाता है।
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12. Let us swallow them up H1104 alive H2416 as the grave H7585 ; and whole H8549 , as those that go down H3381 into the pit H953 :
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13. हम सभी बहुमूल्य वस्तुयें पा जायेंगे और अपने इस लूट से घर भर लेंगे।
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13. We shall find H4672 all H3605 precious H3368 substance H1952 , we shall fill H4390 our houses H1004 with spoil H7998 :
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14. अपने भाग्य का पासा हमारे साथ फेंक, हम एक ही बटुवे के सहभागी होंगे!” PEPS
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14. Cast in H5307 thy lot H1486 among H8432 us ; let us all H3605 have H1961 one H259 purse H3599 :
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15. हे मेरे पुत्र, तू उनकी राहों पर मत चल, तू अपने पैर उन पर रखने से रोक।
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15. My son H1121 , walk H1980 not H408 thou in the way H1870 with H854 them; refrain H4513 thy foot H7272 from their path H4480 H5410 :
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16. क्योंकि उनके पैर पाप करने को शीघ्र बढ़ते, वे लहू बहाने को अति गतिशील हैं। PEPS
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16. For H3588 their feet H7272 run H7323 to evil H7451 , and make haste H4116 to shed H8210 blood H1818 .
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17. कितना व्यर्थ है, जाल का फैलाना जबकि सभी पक्षी तुझे पूरी तरह देखते हैं।
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17. Surely H3588 in vain H2600 the net H7568 is spread H2219 in the sight H5869 of any H3605 bird H1167 H3671 .
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18. जो किसी का खून बहाने प्रतीक्षा में बैठे हैं वे अपने आप उस जाल में फँस जायेंगे!
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18. And they H1992 lay wait H693 for their own blood H1818 ; they lurk privily H6845 for their own lives H5315 .
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19. जो ऐसे बुरे लाभ के पीछे पड़े रहते हैं उन सब ही का यही अंत होता है। उन सब के प्राण हर ले जाता है; जो इस बुरे लाभ को अपनाता है। चेतावनी: बुद्धिहीन मत बनो PS
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19. So H3651 are the ways H734 of every one H3605 that is greedy H1214 of gain H1215 ; which taketh away H3947 H853 the life H5315 of the owners H1167 thereof.
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20. बुद्धि! तो मार्ग में ऊँचे चढ़ पुकारती है, चौराहों पर अपनी आवाज़ उठाती है।
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20. Wisdom H2454 crieth H7442 without H2351 ; she uttereth H5414 her voice H6963 in the streets H7339 :
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21. शोर भरी गलियों के नुक्कड़ पर पुकारती है, नगर के फाटक पर निज भाषण देती है: PEPS
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21. She crieth H7121 in the chief H7218 place of concourse H1993 , in the openings H6607 of the gates H8179 : in the city H5892 she uttereth H559 her words H561 , saying ,
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22. “अरे भोले लोगों! तुम कब तक अपना मोह सरल राहों से रखोगे उपहास करनेवालों, तुम कब तक उपहासों में आनन्द लोगे अरे मूर्खो, तुम कब तक ज्ञान से घृणा करोगे
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22. How long H5704 H4970 , ye simple ones H6612 , will ye love H157 simplicity H6612 ? and the scorners H3887 delight H2530 in their scorning H3944 , and fools H3684 hate H8130 knowledge H1847 ?
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23. यदि मेरी फटकार तुम पर प्रभावी होती तो मैं तुम पर अपना हृदय उंडेल देती और तुम्हें अपने सभी विचार जना देती। PEPS
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23. Turn H7725 you at my reproof H8433 : behold H2009 , I will pour out H5042 my spirit H7307 unto you , I will make known H3045 my words H1697 unto you.
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24. “किन्तु क्योंकि तुमने तो मुझको नकार दिया जब मैंने तुम्हें पुकारा, और किसी ने ध्यान न दिया, जब मैंने अपना हाथ बढ़ाया था।
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24. Because H3282 I have called H7121 , and ye refused H3985 ; I have stretched out H5186 my hand H3027 , and no man H369 regarded H7181 ;
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25. तुमने मेरी सब सम्मत्तियाँ उपेक्षित कीं और मेरी फटकार कभी नहीं स्वीकारीं!
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25. But ye have set at naught H6544 all H3605 my counsel H6098 , and would H14 none H3808 of my reproof H8433 :
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26. इसलिए, बदले में, मैं तेरे नाश पर हसूँगी। मैं उपहास करूँगी जब तेरा विनाश तुझे घेरेगा!
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26. I H589 also H1571 will laugh H7832 at your calamity H343 ; I will mock H3932 when your fear H6343 cometh H935 ;
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27. जब विनाश तुझे वैसे ही घेरेगा जैसे भीषण बबूले सा बवण्डर घेरता है, जब विनाश जकड़ेगा, और जब विनाश तथा संकट तुझे डुबो देंगे। PEPS
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27. When your fear H6343 cometh H935 as desolation H7722 , and your destruction H343 cometh H857 as a whirlwind H5492 ; when distress H6869 and anguish H6695 cometh H935 upon H5921 you.
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28. “तब, वे मुझको पुकारेंगे किन्तु मैं कोई भी उत्तर नहीं दूँगी। वे मुझे ढूँढते फिरेगें किन्तु नहीं पायेंगे।
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28. Then H227 shall they call upon H7121 me , but I will not H3808 answer H6030 ; they shall seek me early H7836 , but they shall not H3808 find H4672 me:
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29. क्योंकि वे सदा ज्ञान से घृणा करते रहे, और उन्होंने कभी नहीं चाहा कि वे यहोवा से डरें।
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29. For that H8478 H3588 they hated H8130 knowledge H1847 , and did not H3808 choose H977 the fear H3374 of the LORD H3068 :
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30. क्योंकि वे, मेरा उपदेश कभी नहीं धारण करेंगे, और मेरी ताड़ना का तिरस्कार करेंगे।
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30. They would H14 none H3808 of my counsel H6098 : they despised H5006 all H3605 my reproof H8433 .
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31. वे अपनी करनी का फल अवश्य भोगेंगे, वे अपनी योजनाओं के कुफल से अघायेंगे! PEPS
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31. Therefore shall they eat H398 of the fruit H4480 H6529 of their own way H1870 , and be filled H7646 with their own devices H4480 H4156 .
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32. “सीधों की मनमानी उन्हें ले डूबेगी, मूर्खो का आत्म सुख उन्हें नष्ट कर देगा।
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32. For H3588 the turning away H4878 of the simple H6612 shall slay H2026 them , and the prosperity H7962 of fools H3684 shall destroy H6 them.
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33. किन्तु जो मेरी सुनेगा वह सुरक्षित रहेगा, वह बिना किसा हानि के भय से रहित वह सदा चैन से रहेगा।” PE
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33. But whoso hearkeneth H8085 unto me shall dwell H7931 safely H983 , and shall be quiet H7599 from fear H4480 H6343 of evil H7451 .
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