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1. {सुलैमान बुद्धि की याचना करता है} PS सुलैमान एक बहुत शक्तिशाली राजा बन गया क्योंकि यहोवा उसका परमेश्वर, उसके साथ था। यहोवा ने सुलैमान को अत्यधिक महान बनाया। PEPS
1. And Solomon H8010 the son H1121 of David H1732 was strengthened H2388 in H5921 his kingdom H4438 , and the LORD H3068 his God H430 was with H5973 him , and magnified H1431 him exceedingly H4605 .
2. सुलैमान ने इस्राएल के सभी लोगों से बातें की। उसने सेना के शतपतियों, सहस्त्रपतियों, न्यायाधीशों, सारे इस्राएल के सभी प्रमुखों तथा परिवारों के प्रमुखों से बातें की।
2. Then Solomon H8010 spoke H559 unto all H3605 Israel H3478 , to the captains H8269 of thousands H505 and of hundreds H3967 , and to the judges H8199 , and to every H3605 governor H5387 in all H3605 Israel H3478 , the chief H7218 of the fathers H1 .
3. तब सुलैमान और सभी लोग उसके साथ इकट्ठे हुए और उस उच्चस्थान को गये जो गिबोन नगर में था। परमेश्वर का मिलाप का तम्बू वहाँ था। यहोवा के सेवक मूसा ने उसे तब बनाया था जब वह और इस्राएल के लोग मरुभूमि में थे।
3. So Solomon H8010 , and all H3605 the congregation H6951 with H5973 him, went H1980 to the high place H1116 that H834 was at Gibeon H1391 ; for H3588 there H8033 was H1961 the tabernacle H168 of the congregation H4150 of God H430 , which H834 Moses H4872 the servant H5650 of the LORD H3068 had made H6213 in the wilderness H4057 .
4. दाऊद परमेश्वर के साक्षीपत्र के सन्दूक को किर्यत्यारीम से यरूशलेम तक लाया था। दाऊद ने यरूशलेम में इसको रखने के लिये एक स्थान बनाया था। दाऊद ने यरूशलेम में साक्षीपत्र सन्दूक के लिए एक तम्बू लगा दिया था।
4. But H61 the ark H727 of God H430 had David H1732 brought up H5927 from Kirjath H4480 H7157 -jearim to the place which David H1732 had prepared H3559 for it: for H3588 he had pitched H5186 a tent H168 for it at Jerusalem H3389 .
5. बसलेल ने एक काँसे की वेदी बनाई थी। बसलेल ऊरी का पुत्र था। वह काँसे की वेदी गिबोन में पवित्र तम्बू के सामने थी। इसलिये सुलैमान और वे लोग यहोवा से राय लेने गिबोन गए।
5. Moreover the brazen H5178 altar H4196 , that H834 Bezaleel H1212 the son H1121 of Uri H221 , the son H1121 of Hur H2354 , had made H6213 , he put H7760 before H6440 the tabernacle H4908 of the LORD H3068 : and Solomon H8010 and the congregation H6951 sought H1875 unto it.
6. मिलाप के तम्बू में यहोवा के सामने काँसे की वेदी तक सुलैमान गया। सुलैमान ने एक हज़ार होमबलि वेदी पर चढ़ाई। PEPS
6. And Solomon H8010 went up H5927 thither H8033 to H5921 the brazen H5178 altar H4196 before H6440 the LORD H3068 , which H834 was at the tabernacle H168 of the congregation H4150 , and offered H5927 a thousand H505 burnt offerings H5930 upon H5921 it.
7. उस रात परमेश्वर सुलैमान के पास आया। परमेश्वर ने कहा, “सुलैमान, मुझसे तुम वह माँगों जो कुछ तुम चाहते हो कि मैं तुम्हें दूँ।” PEPS
7. In that H1931 night H3915 did God H430 appear H7200 unto Solomon H8010 , and said H559 unto him, Ask H7592 what H4100 I shall give H5414 thee.
8. सुलैमान ने परमेश्वर से कहा, “तू मेरे पिता दाऊद के प्रति बहुत कृपालु रहा है। तूने मुझे, मेरे पिता के स्थान पर नया राजा होने के लिये चुना है।
8. And Solomon H8010 said H559 unto God H430 , Thou H859 hast showed H6213 great H1419 mercy H2617 unto H5973 David H1732 my father H1 , and hast made me to reign H4427 in his stead H8478 .
9. यहोवा परमेश्वर, अब, तूने जो वचन मेरे पिता को दिया है उसे बने रहने दे। तूने मुझे ऐसी प्रजा का शासक बनाया, जो पृथ्वी के रेतकणों की तरह असंख्य है!
9. Now H6258 , O LORD H3068 God H430 , let thy promise H1697 unto H5973 David H1732 my father H1 be established H539 : for H3588 thou H859 hast made me king H4427 over H5921 a people H5971 like the dust H6083 of the earth H776 in multitude H7227 .
10. अब तू मुझे बुद्धि और ज्ञान दे। तब मैं इन लोगों को सही राह पर ले चल सकूँगा। कोई भी तेरी सहायता के बिना इन पर शासन नहीं कर सकता!” PEPS
10. Give H5414 me now H6258 wisdom H2451 and knowledge H4093 , that I may go out H3318 and come in H935 before H6440 this H2088 people H5971 : for H3588 who H4310 can judge H8199 this H2088 H853 thy people H5971 , that is so great H1419 ?
11. परमेश्वर ने सुलैमान से कहा, “तुम्हारी भावनायें बिल्कुल ठीक हैं। तुमने धन या सम्पत्ति या सम्मान नहीं माँगा है। तुमने यह भी नहीं माँगा है कि तुम्हारे शत्रु मर जायें। तुमने लम्बी उम्र भी नहीं माँगी है। किन्तु तुमने अपने लिये बुद्धि और ज्ञान माँगा है। जिससे तुम मेरी प्रजा के सम्बन्ध में बुद्धिमता से निर्णय ले सको, जिसका मैंने तुमको राजा बनाया है।
11. And God H430 said H559 to Solomon H8010 , Because H3282 H834 this H2063 was H1961 in H5973 thine heart H3824 , and thou hast not H3808 asked H7592 riches H6239 , wealth H5233 , or honor H3519 , nor the life H5315 of thine enemies H8130 , neither H3808 yet H1571 hast asked H7592 long life H7227 H3117 ; but hast asked H7592 wisdom H2451 and knowledge H4093 for thyself, that H834 thou mayest judge H8199 H853 my people H5971 , over H5921 whom H834 I have made thee king H4427 :
12. इसलिये मैं तुम्हें बुद्धि और ज्ञान दूँगा। मैं तुम्हें धन, वैभव और सम्मान भी दूँगा। तुम्हारे पहले होने वाले राजाओं के पास इतना धन और इतना सम्मान कभी नहीं था और तुम्हारे बाद होने वाले राजाओं के पास भी इतना धन और सम्मान नहीं होगा।” PEPS
12. Wisdom H2451 and knowledge H4093 is granted H5414 unto thee ; and I will give H5414 thee riches H6239 , and wealth H5233 , and honor H3519 , such as H834 H3651 none H3808 of the kings H4428 have had H1961 that H834 have been before H6440 thee, neither H3808 shall there any after H310 thee have H1961 the like H3651 .
13. इस प्रकार, सुलैमान आराधना के स्थान गिबोन को गया। तब सुलैमान ने उस मिलापवाले तम्बू को छोड़ा और यरूशलेम लौट गया और इस्राएल पर राज्य करने लगा। सुलैमान धन—संग्रह और अपनी सेना खड़ी करता है PS
13. Then Solomon H8010 came H935 from his journey to the high place H1116 that H834 was at Gibeon H1391 to Jerusalem H3389 , from before H4480 H6440 the tabernacle H168 of the congregation H4150 , and reigned H4427 over H5921 Israel H3478 .
14. सुलैमान ने घोड़े और रथ अपनी सेना के लिये एकत्रित करना आरम्भ किया। सुलैमान के पास एक हज़ार चार सौ रथ और बारह हज़ार घुड़सवार थे। सुलैमान ने उनको रथ नगरों में रखा। सुलैमान ने यरूशलेम में भी उनमें से कुछ को रखा, अर्थात वहाँ जहाँ राजा का निवास था।
14. And Solomon H8010 gathered H622 chariots H7393 and horsemen H6571 : and he had H1961 a thousand H505 and four H702 hundred H3967 chariots H7393 , and twelve H8147 H6240 thousand H505 horsemen H6571 , which he placed H5117 in the chariot H7393 cities H5892 , and with H5973 the king H4428 at Jerusalem H3389 .
15. सुलैमान ने यरूशलेम में बहुत सा चाँदी और सोना इकट्ठा किया। उसने इतना अधिक चाँदी और सोना इकट्ठा किया कि वह चट्टानों सा सामान्य हो गया। सुलैमान ने देवदार की बहुत सी लकड़ी इकट्ठी की। उसने देवदार की इतनी अधिक लकड़ी इकट्ठी की, कि वह पश्चिमी पहाड़ी प्रदेश के गूलर के वृक्ष समान सामान्य हो गयी।
15. And the king H4428 made H5414 H853 silver H3701 and gold H2091 at Jerusalem H3389 as plenteous as stones H68 , and cedar trees H730 made H5414 he as the sycamore trees H8256 that H834 are in the vale H8219 for abundance H7230 .
16. सुलैमान ने मिस्र और कुए (या कोये देश से) से घोड़े मँगाए। राजा के व्यापारियों ने घोड़े कोये में खरीदे।
16. And Solomon H8010 had horses H5483 brought out H4161 of Egypt H4480 H4714 , and linen yarn H4723 : the king H4428 's merchants H5503 received H3947 the linen yarn H4723 at a price H4242 .
17. सुलैमान के व्यापारियों ने मिस्र से एक रथ चाँदी के छः सौ शेकेल में और घोड़ा चाँदी के एक सौ पचास शेकेल में खरीदा। तब व्यापारियों ने घोड़ों और रथों को हित्ती लोगों के राजाओं तथा अराम के राजाओं के हाथ बेच दिया। PE
17. And they fetched up H5927 , and brought forth H3318 out of Egypt H4480 H4714 a chariot H4818 for six H8337 hundred H3967 shekels of silver H3701 , and a horse H5483 for a hundred H3967 and fifty H2572 : and so H3651 brought they out H3318 horses for all H3605 the kings H4428 of the Hittites H2850 , and for the kings H4428 of Syria H758 , by their means H3027 .
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