Bible Books

14
:
9

1. {यहोवा की ओर मुड़ना} PS हे इस्राएल, तेरा पतन हुआ और तूने परमेश्वार के विरूद्ध पाप किया। इसलिये अब तू अपने परमेश्वार यहोवा की ओर लौट आ।
1. O Israel H3478 , return H7725 unto H5704 the LORD H3068 thy God H430 ; for H3588 thou hast fallen H3782 by thine iniquity H5771 .
2. जो बातें तुझे कहनी हैं, उनके बारे में सोच और यहोवा की ओर लौट आ। उससे कह, “हमारे पापों को दूर कर
और उन अच्छी बातों को स्वीकार कर जिन्हें हम कर रहे हैं।
हम अपने मुख से तेरी स्तुति करेंगे।”
2. Take H3947 with H5973 you words H1697 , and turn H7725 to H413 the LORD H3068 : say H559 unto H413 him , Take away H5375 all H3605 iniquity H5771 , and receive H3947 us graciously H2895 : so will we render H7999 the calves H6499 of our lips H8193 .
3. अश्शूर हमें बचा नहीं पायेगा।
हम घोड़ों पर सवारी नहीं करेंगे।
हम फिर अपने ही हाथों से बनाई हुई वस्तुओं को,
“अपना परमेश्वार” नहीं कहेंगे।
क्यों? क्योंकि बिना माँ—बाप के अनाथ बच्चों पर
दया दिखाने वाला बस तू ही है।
3. Asshur H804 shall not H3808 save H3467 us ; we will not H3808 ride H7392 upon H5921 horses H5483 : neither H3808 will we say H559 any more H5750 to the work H4639 of our hands H3027 , Ye are our gods H430 : for H834 in thee the fatherless H3490 findeth mercy H7355 .
4. {यहोवा इस्राएल को क्षमा करेगा} PS यहोवा कहता है, “उन्होंने मुझे त्याग दिया।
मैं उन्हें इसके लिये क्षमा कर दूँगा।
मैं उन्हें मुक्त भाव से प्रेम करुँगा।
मैं अब उन पर क्रोधित नहीं हूँ।
4. I will heal H7495 their backsliding H4878 , I will love H157 them freely H5071 : for H3588 mine anger H639 is turned away H7725 from H4480 him.
5. मैं इस्राएल के निमित्त ओस सा बनूँगा।
इस्राएल कुमुदिनी के फूल सा खिलेगा।
उसकी बढ़वार लबानोन के देवदार वृक्षों सी होगी।
5. I will be H1961 as the dew H2919 unto Israel H3478 : he shall grow H6524 as the lily H7799 , and cast forth H5221 his roots H8328 as Lebanon H3844 .
6. उसकी शाखायें जैतून के पेड़ सी बढ़ेंगी
वह सुन्दर हो जायेगा।
वह उस सुगंध सा होगा जो
लबानोन के देवदार वृक्षों से आती है।
6. His branches H3127 shall spread H1980 , and his beauty H1935 shall be H1961 as the olive tree H2132 , and his smell H7381 as Lebanon H3844 .
7. इस्राएल के लोग फिर से मेरे संरक्षण में रहेंगे।
उनकी बढ़वार अन्न की होगी,
वे अंगूर की बल से फलें—फूलेंगे।
वे ऐसे सर्वप्रिय होंगे जैसे लबनोन का दाखमधु है।”
7. They that dwell H3427 under his shadow H6738 shall return H7725 ; they shall revive H2421 as the corn H1715 , and grow H6524 as the vine H1612 : the scent H2143 thereof shall be as the wine H3196 of Lebanon H3844 .
8. {इस्राएल को मूर्तियों के विषय में यहोवा की चेतावनी} PS “हे एप्रैम, मुझ यहोवा को इन मूर्तियों से कोई सरोकार नहीं है।
मैं ही ऐसा हूँ जो तुम्हारी प्रार्थनाओं का उत्तर देता हूँ और तुम्हारी रखवाली करता हूँ।
मैं हरे—भरे सनोवर के पेड़ सा हूँ।
तुम्हारे फल मुझसे ही आते हैं।”
8. Ephraim H669 shall say , What H4100 have I to do any more H5750 with idols H6091 ? I H589 have heard H6030 him , and observed H7789 him: I H589 am like a green H7488 fir tree H1265 . From H4480 me is thy fruit H6529 found H4672 .
9. {अन्तिम सम्मति} PS ये बातें बुद्धिमान व्यक्ति को समझना चाहिये,
ये बातें किसी चतुर व्यक्ति को जाननी चाहियें।
यहोवा की राहें उचित है।
सज्जन उसी रीति से जीयेंगे;
और दुष्ट उन्हीं से मर जायेंगे। PE
9. Who H4310 is wise H2450 , and he shall understand H995 these H428 things ? prudent H995 , and he shall know H3045 them? for H3588 the ways H1870 of the LORD H3068 are right H3477 , and the just H6662 shall walk H1980 in them : but the transgressors H6586 shall fall H3782 therein.
Copy Rights © 2023: biblelanguage.in; This is the Non-Profitable Bible Word analytical Website, Mainly for the Indian Languages. :: About Us .::. Contact Us
×

Alert

×