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1. हर बात का एक उचित समय होता है। और इस धरती पर हर बात एक उचित समय पर ही घटित होगी।
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1. To every H3605 thing there is a season H2165 , and a time H6256 to every H3605 purpose H2656 under H8478 the heaven H8064 :
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2. जन्म लेने का एक उचित समय निश्चित है, और मृत्यु का भी। एक समय होता है पेड़ों के रोपने का, और उनको उखाड़ने का।
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2. A time H6256 to be born H3205 , and a time H6256 to die H4191 ; a time H6256 to plant H5193 , and a time H6256 to pluck up H6131 that which is planted H5193 ;
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3. घात करने का होता है एक समय, और एक समय होता है उसके उपचार का। एक समय होता है जब ढहा दिया जाता, और एक समय होता है करने का निर्माण।
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3. A time H6256 to kill H2026 , and a time H6256 to heal H7495 ; a time H6256 to break down H6555 , and a time H6256 to build up H1129 ;
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4. एक समय होता है रोने—विलाप करने का, और एक समय होता है करने का अट्टाहस। एक समय होता है होने का दुःख मग्न, और एक समय होता है उल्लास भरे नाचका।
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4. A time H6256 to weep H1058 , and a time H6256 to laugh H7832 ; a time H6256 to mourn H5594 , and a time H6256 to dance H7540 ;
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5. एक समय होता है जब हटाए जाते हैं पत्थर, और एक समय होता है उनके एकत्र करने का। एक समय होता है बाध आलिंगन में किसी के स्वागत का, और एक समय होता है, जब स्वागत उन्हीं का किया नहीं जाता है।
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5. A time H6256 to cast away H7993 stones H68 , and a time H6256 to gather stones together H3664 H68 ; a time H6256 to embrace H2263 , and a time H6256 to refrain H7368 from embracing H4480 H2263 ;
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6. एक समय होता है जब होती है किसी की खोज, और आता है एक समय जब खोज रूक जाती है। एक समय होता है वस्तुओं के रखने का, और एक समय होता है दूर फेंकने का चीज़ों को।
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6. A time H6256 to get H1245 , and a time H6256 to lose H6 ; a time H6256 to keep H8104 , and a time H6256 to cast away H7993 ;
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7. होता है एक समय वस्त्रों को फाड़ने का, फिर एक समय होता जब उन्हें सिया जाता है। एक समय होता है साधने का चुप्पी, और होता है एक समय फिर बोल उठने का।
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7. A time H6256 to rend H7167 , and a time H6256 to sew H8609 ; a time H6256 to keep silence H2814 , and a time H6256 to speak H1696 ;
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8. एक समय होता है प्यार को करने का, और एक समय होता जब घृणा करी जाती है। एक समय होता है करने का लड़ाई, और होता है एक समय मेल का मिलाप का। PS
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8. A time H6256 to love H157 , and a time H6256 to hate H8130 ; a time H6256 of war H4421 , and a time H6256 of peace H7965 .
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9. {परमेश्वर अपने संसार का नियन्त्रण करता है} PS क्या किसी व्यक्ति को अपने कठिन परिश्रम से वास्तव में कुछ मिल पाता है? नहीं। क्योंकि जो होना है वह तो होगा ही।
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9. What H4100 profit H3504 hath he that worketh H6213 in that wherein H834 he H1931 laboreth H6001 ?
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10. मैंने वह कठिन परिश्रम देखा है जिसे परमेश्वर ने हमें करने के लिये दिया है।
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10. I have seen H7200 H853 the travail H6045 , which H834 God H430 hath given H5414 to the sons H1121 of men H120 to be exercised H6031 in it.
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11. अपने संसार के बारे में सोचने के लिये परमेश्वर ने हमें क्षमता प्रदान की है। परन्तु परमेश्वर जो करता है, उन बातों को पूरी तरह से हम कभी नहीं समझ सकते। फिर भी परमेश्वर हर बात, उचित और उपयुक्त समय पर करता है। PEPS
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11. He hath made H6213 H853 every H3605 thing beautiful H3303 in his time H6256 : also H1571 he hath set H5414 H853 the world H5769 in their heart H3820 , so that H834 no H4480 H1097 man H120 can find out H4672 H853 the work H4639 that H834 God H430 maketh H6213 from the beginning H4480 H7218 to H5704 the end H5490 .
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12. मैंने देखा है कि लोगों के लिये सबसे उत्तम बात यह है कि वे प्रयत्न करते रहें और जब तक जीवित रहें आनन्द करते रहें।
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12. I know H3045 that H3588 there is no H369 good H2896 in them, but H518 for H3588 a man to rejoice H8055 , and to do H6213 good H2896 in his life H2416 .
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13. परमेश्वर चाहता है कि हर व्यक्ति खाये पीये और अपने कर्म का आनन्द लेता रहे। ये बातें परमेश्वर की ओर से प्राप्त उपहार हैं। PEPS
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13. And also H1571 that every man should eat H7945 H398 H3605 H120 and drink H8354 , and enjoy H7200 the good H2896 of all H3605 his labor H5999 , it H1931 is the gift H4991 of God H430 .
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14. मैं जानता हूँ कि परमेश्वर जो कुछ भी घटित करता है वह सदा घटेगा ही। लोग परमेश्वर के काम में से कुछ घटी भी वृद्धि नहीं कर सकते और इसी तरह लोग परमेस्शवर के काम में से कुछ घटी भी नहीं कर सकते हैं। परमेश्वर ने ऐसा इसलिए किया कि लोग उसका आदर करें।
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14. I know H3045 that H3588 , whatsoever H3605 H834 God H430 doeth H6213 , it H1931 shall be H1961 forever H5769 : nothing H369 can be put H3254 to H5921 it, nor H369 any thing taken H1639 from H4480 it : and God H430 doeth H6213 it , that men should fear H7945 H3372 before H4480 H6440 him.
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15. जो अब हो रहा है पहले भी हो चुका हैं। जो कुछ भविष्य में होगा वह पहले भी हुआ था। परमेश्वर घटनाओं को बार—बार घटित करता है। PEPS
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15. That which hath been H4100 H7945 H1961 is now H3528 ; and that H1931 which H834 is to be H1961 hath already H3528 been H1961 ; and God H430 requireth H1245 H853 that which is past H7291 .
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16. इस जीवन में मैंने ये बातें भी देखी हैं। मैंने देखा है कि न्यायालय जहाँ न्याय और अच्छाई होनी चाहिये, वहाँ आज बराई भर गई है।
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16. And moreover H5750 I saw H7200 under H8478 the sun H8121 the place H4725 of judgment H4941 , that wickedness H7562 was there H8033 ; and the place H4725 of righteousness H6664 , that iniquity H7562 was there H8033 .
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17. इसलिये मैंने अपने मन से कहा, “हर बात के लिये परमेश्वर ने एक समय निश्चित किया है। मनुष्य जो कुछ करते हैं उसका न्याय करने के लिये भी परमेश्वर ने एक समय निश्चित किया है। परमेश्वर अच्छे लोगों और बुरे लोगों का न्याय करेगा।” क्या मनुष्य पशुओं जैसे ही हैं? PS
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17. I H589 said H559 in mine heart H3820 , God H430 shall judge H8199 H853 the righteous H6662 and the wicked H7563 : for H3588 there is a time H6256 there H8033 for every H3605 purpose H2656 and for H5921 every H3605 work H4639 .
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18. लोग एक दूसरे के प्रति जो कुछ करते हैं उनके बारे में मैंने सोचा और अपने आप से कहा, “परमेश्वर चाहता है कि लोग अपने आपको उस रूप में देखें जिस रूप में वे पशुओं को देखते हैं।”
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18. I H589 said H559 in mine heart H3820 concerning H5921 the estate H1700 of the sons H1121 of men H120 , that God H430 might manifest H1305 them , and that they H1992 might see H7200 that they H7945 themselves are beasts H929 .
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19. क्या एक व्यक्ति एक पशु से उत्तम हैं? नहीं। क्यों? क्योंकि हर वस्तु नाकारा है। मृत्यु जैसे पशुओं को आती है उसी प्रकार मनुष्यों को भी। मनुष्य और पशु एक ही श्वास लेते हैं। क्या एक मरा हुआ पशु एक मरे हुए मनुष्य से भिन्न होता है?
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19. For H3588 that which befalleth H4745 the sons H1121 of men H120 befalleth H4745 beasts H929 ; even one thing H259 befalleth H4745 them : as the one H2088 dieth H4194 , so H3651 dieth H4194 the other H2088 ; yea , they have all H3605 one H259 breath H7307 ; so that a man H120 hath no H369 preeminence H4195 above H4480 a beast H929 : for H3588 all H3605 is vanity H1892 .
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20. मनुष्यों और पशुओं की देहों का अंत एक ही प्रकार से होता है। वे मिट्टी से पैदा होते हैं और अंत में वे मिट्टी में ही जाते हैं। 21 कौन जानता है कि मनुष्य की आत्मा का क्या होता है। वे मिट्टी से पैदा होते हैं और अंत में वे मिट्टी में ही समा जाते हैं।
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20. All H3605 go H1980 unto H413 one H259 place H4725 ; all H3605 are H1961 of H4480 the dust H6083 , and all H3605 turn to dust again H7725 H413 H6083 .
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21. कौन जानता है कि मनुष्य की आत्मा का क्या होता है? क्या कोइ जानता है कि एक मनुष्य की आत्मा परमेश्वर के पास जाती है जबकि एक पशु की आत्मा नीचे उतरकर धरती में जा समाती है? PEPS
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21. Who H4310 knoweth H3045 the spirit H7307 of man H120 that H1931 goeth H5927 upward H4605 , and the spirit H7307 of the beast H929 that H1931 goeth H3381 downward H4295 to the earth H776 ?
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22. सो मैंने यह देखा कि मनुष्य जो सबसे अच्छी बात कर सकता है वह यह है कि वह अपने कर्म में आनन्द लेता रहे। बस उसके पास यही है। किसी व्यक्ति को भविष्य की चिन्ता भी नहीं करनी चाहिये। क्योंकि भविष्य में क्या होगा उसे देखने में कोई भी उसकी सहायता नहीं कर सकता। PE
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22. Wherefore I perceive H7200 that H3588 there is nothing H369 better H2896 , than that H4480 H834 a man H120 should rejoice H8055 in his own works H4639 ; for H3588 that H1931 is his portion H2506 : for H3588 who H4310 shall bring H935 him to see H7200 what shall be H4100 H7945 H1961 after H310 him?
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