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1. {बुद्धि और शक्ति} PS वस्तुओं को जिस प्रकार एक बुद्धिमान व्यक्ति समझ सकता है और उनकी व्याख्या कर सकता है, वैसे कोई भी नहीं कर सकता। उसकी बुद्धि उसे प्रसन्न रखती है। बुद्धि एक दुःखी मुख को प्रसन्न मुख में बदल देती है। PEPS
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1. Who H4310 is as the wise H2450 man ? and who H4310 knoweth H3045 the interpretation H6592 of a thing H1697 ? a man H120 's wisdom H2451 maketh his face H6440 to shine H215 , and the boldness H5797 of his face H6440 shall be changed H8132 .
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2. मैं तुमसे कहता हूँ कि तुम्हें सदा ही राजा की आज्ञा माननी चाहिये। ऐसा इसलिये करो क्योंकि तुमने परमेश्वर को वचन दिया था।
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2. I H589 counsel thee to keep H8104 the king H4428 's commandment H6310 , and that in regard H5921 H1700 of the oath H7621 of God H430 .
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3. राजा के आगे जल्दी मत करो। उसके सामने से हट जाओ। यदि हालात प्रतिकूल हो तो उसके इर्द—गिर्द मत रहो क्योंकि वह तो वही करेगा जो उसे अच्छा लगेगा।
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3. Be not H408 hasty H926 to go H1980 out of his sight H4480 H6440 : stand H5975 not H408 in an evil H7451 thing H1697 ; for H3588 he doeth H6213 whatsoever H3605 H834 pleaseth H2654 him.
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4. आज्ञाएँ देने का राजा को अधिकार है, कोई नहीं पूछ सकता कि वह क्या कर रहा है।
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4. Where H834 the word H1697 of a king H4428 is, there is power H7983 : and who H4310 may say H559 unto him, What H4100 doest H6213 thou?
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5. यदि राजा आज्ञा का पालन करता है तो वह सुरक्षित रहेगा। किन्तु एक बुद्धिमान व्यक्ति ऐसा करने का उचित समय जानता है और वह यह भी जानता है कि समुचित बात कब करनी चाहिये। PEPS
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5. Whoso keepeth H8104 the commandment H4687 shall feel H3045 no H3808 evil H7451 thing H1697 : and a wise man H2450 's heart H3820 discerneth H3045 both time H6256 and judgment H4941 .
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6. उचित कार्य करने का किसी व्यक्ति के लिये एक ठीक समय होता है और एक ठीक प्रकार। प्रत्येक व्यक्ति को एक अवसर लेना चाहिये उसे निश्चित करना चाहिये कि उसे क्या करना है? और फिर अनेक विपत्तियों के होने पर भी उसे वह करना चाहिये।
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6. Because H3588 to every H3605 purpose H2656 there is H3426 time H6256 and judgment H4941 , therefore H3588 the misery H7451 of man H120 is great H7227 upon H5921 him.
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7. आगे चलकर क्या होगा, यह निश्चित नहीं होने पर भी उसे वह करना चाहिये। क्योंकि भविष्य में क्या होगा यह तो उसे कोई बता ही नहीं सकता। PEPS
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7. For H3588 he knoweth H3045 not H369 that H4100 which shall be H7945 H1961 : for H3588 who H4310 can tell H5046 him when H834 it shall be H1961 ?
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8. आत्मा को इस देह को छोड़कर जाने से कोई नहीं रोके रख सकता है। अपनी मृत्यु को रोक दें, ऐसी शक्ति तो किसी भी व्यक्ति में नहीं है। जब युद्ध चल रहा हो तो किसी भी सैनिक को यह स्वतंत्रता नहीं है कि वह जहाँ चाहे वहाँ चला जाये। इसी प्रकार यदि कोई व्यक्ति पाप करता है तो वह पाप उस व्यक्ति को स्वतंत्रत नहीं रहने देता। PEPS
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8. There is no H369 man H120 that hath power H7989 over the spirit H7307 to retain H3607 H853 the spirit H7307 ; neither H369 hath he power H7983 in the day H3117 of death H4194 : and there is no H369 discharge H4917 in that war H4421 ; neither H3808 shall wickedness H7562 deliver H4422 H853 those that are given H1167 to it.
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9. मैंने ये सब बातें देखी हैं। इस जगत में कुछ घटता है उन बातों के बारे में मैंने बड़ी तीव्रता से सोचा है और मैंने देखा है कि लोग दूसरे व्यक्तियों पर शासन करने की शक्ति पाने के लिये सदा संघर्ष करते रहते हैं और लोगों को कष्ट पहुँचाते रहते हैं। PEPS
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9. All H3605 this H2088 have I seen H7200 , and applied H5414 H853 my heart H3820 unto every H3605 work H4639 that H834 is done H6213 under H8478 the sun H8121 : there is a time H6256 wherein H834 one man H120 ruleth over H7980 another H120 to his own hurt H7451 .
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10. मैंने उन बुरे व्यक्तियों के बहुत सजे धजे और विशाल शव—यात्रायें देखी हैं जो पवित्र स्थानों में आया जाया करते थे। शव— यात्राओं की क्रियाओं के बाद लोग जब घर लौटते हैं तो वे जो बुरा व्यक्ति मर चुका है उसके बारे में अच्छी अच्छी बातें कहा करते हैं और ऐसा उसी नगर में हुआ करता है जहाँ उसे बुरे व्यक्ति ने बहुत—बहुत बुरे काम किये हैं। यह अर्थहीन है। PS
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10. And so H3651 I saw H7200 the wicked H7563 buried H6912 , who had come H935 and gone H1980 from the place H4480 H4725 of the holy H6918 , and they were forgotten H7911 in the city H5892 where H834 they had so H3651 done H6213 : this H2088 is also H1571 vanity H1892 .
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11. {न्याय प्रतिदान और दण्ड} PS कभी कभी लोगों ने जो बुरे काम किये हैं, उनके लिये उन्हें तुरंत दण्ड नहीं मिलता। उन पर दण्ड धीरे धीरे पड़ता है और इसके कारण दूसरे लोग भी बुरे कर्म करना चाहने लगते हैं। PEPS
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11. Because H834 sentence against H6599 an evil H7451 work H4639 is not H369 executed H6213 speedily H4120 , therefore H5921 H3651 the heart H3820 of the sons H1121 of men H120 is fully set H4390 in them to do H6213 evil H7451 .
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12. कोई पापी चाहे सैकड़ों पाप करे और चाहे उसकी आयु कितनी ही लम्बी हो किन्तु मैं यह जानता हूँ कि तो भी परमेश्वर की आज्ञा का पालन करना और उसका सम्मान करना उत्तम है।
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12. Though H834 a sinner H2398 do H6213 evil H7451 a hundred times H3967 , and his days be prolonged H748 , yet H3588 surely H1571 I H589 know H3045 that H834 it shall be H1961 well H2896 with them that fear H3373 God H430 , which H834 fear H3372 before H4480 H6440 him:
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13. बुरे लोग परमेश्वर का सम्मान नहीं करते। सो ऐसे लोग वास्तव में अच्छी वस्तुओं को प्राप्त नहीं करते। वे बुरे लोग अधिक समय तक जीवित नहीं रहेंगे। उनके जीवन डूबते सूरज में लम्बी से लम्बी होती जाती छायाओं के सामान बड़े नहीं होंगे। PEPS
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13. But it shall not H3808 be H1961 well H2896 with the wicked H7563 , neither H3808 shall he prolong H748 his days H3117 , which are as a shadow H6738 ; because H834 he feareth H3372 not H369 before H4480 H6440 God H430 .
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14. इस धरती पर एक बात और होती है जो मुझे न्याय संगत नहीं लगती। बुरे लोगों के साथ बुरे बातें घटनी चाहियें और अच्छे लोगों के साथ अच्छी बातें। किन्तु कभी—कभी अच्छे लोगों के साथ बुरी बातें घटती है और बुरे लोगों के साथ अच्छी बातें। यह तो न्याय नहीं है।
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14. There is H3426 a vanity H1892 which H834 is done H6213 upon H5921 the earth H776 ; that H834 there be H3426 just H6662 men , unto whom H834 H413 it happeneth H5060 according to the work H4639 of the wicked H7563 ; again , there be H3426 wicked H7563 men , to H413 whom it happeneth H7945 H5060 according to the work H4639 of the righteous H6662 : I said H559 that this also H2088 H7945 H1571 is vanity H1892 .
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15. सो मैंने निश्चय किया कि जीवन का आनन्द लेना अधिक महत्वपूर्ण है। क्योंकि इस जीवन में एक व्यक्ति जो सबसे अच्छी बात कर सकता है वह है खाना, पीना और जीवन का रस लेना। इससे कम से कम व्यक्ति को इस धरती पर उसके जीवन के दौरान परमेश्वर ने करने के लिये जो कठिन काम दिया है उसका आनन्द लेने मे सहायता मिलेगी। PEPS
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15. Then I H589 commended H7623 H853 mirth H8057 , because H834 a man H120 hath no H369 better H2896 thing under H8478 the sun H8121 , than H3588 H518 to eat H398 , and to drink H8354 , and to be merry H8055 : for that H1931 shall abide H3867 with him of his labor H5999 the days H3117 of his life H2416 , which H834 God H430 giveth H5414 him under H8478 the sun H8121 .
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16. इस जीवन में लोग जो कुछ करते हैं उसका मैंने बड़े ध्यान के साथ अध्ययन किया है। मैंने देखा है कि लोग कितने व्यस्त है। वे प्राय: बिना सोए रात दिन काम में लगे रहते हैं।
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16. When H834 I applied H5414 H853 mine heart H3820 to know H3045 wisdom H2451 , and to see H7200 H853 the business H6045 that H834 is done H6213 upon H5921 the earth H776 : ( for H3588 also H1571 there is that neither H369 day H3117 nor night H3915 seeth H7200 sleep H8142 with his eyes H5869 :)
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17. परमेश्वर जो करता है उन बहुत सी बातों को भी मैंने देखा है कि इस धरती पर परमेश्वर जो कुछ करता है, लोग उसे समझ नहीं सकते। उसे समझने के लिये मनुष्य बार बार प्रयत्न करता है। किन्तु फिर भी समझ नहीं पाता। यदि कोई बुद्धिमान व्यक्ति भी यह कहे कि वह परमेश्वर के कामों को समझता है तो यह भी सत्य नहीं है। उन सब बातों को तो कोई भी व्यक्ति समझ ही नहीं सकता। PE
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17. Then I beheld H7200 H853 all H3605 the work H4639 of God H430 , that H3588 a man H120 cannot H3808 H3201 find out H4672 H853 the work H4639 that H834 is done H6213 under H8478 the sun H8121 : because H7945 though H834 a man H120 labor H5998 to seek it out H1245 , yet he shall not H3808 find H4672 it ; yea H1571 further; though H518 a wise H2450 man think H559 to know H3045 it , yet shall he not H3808 be able H3201 to find H4672 it .
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