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1. मैं अपने सम्पूर्ण मन से यहोवा की स्तुति करता हूँ। हे यहोवा, तूने जो अद्भुत कर्म किये हैं, मैं उन सब का वर्णन करुँगा।
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1. To the chief Musician H5329 upon H5921 Muth H4192 -labben , A Psalm H4210 of David H1732 . I will praise H3034 thee , O LORD H3068 , with my whole H3605 heart H3820 ; I will show forth H5608 all H3605 thy marvelous works H6381 .
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2. तूने ही मुझे इतना आनन्दित बनाया है। हे परम परमेश्वर, मैं तेरे नाम के प्रशंसा गीत गाता हूँ।
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2. I will be glad H8055 and rejoice H5970 in thee : I will sing praise H2167 to thy name H8034 , O thou most High H5945 .
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3. जब मेरे शत्रु मुझसे पलट कर मेरे विमुख होते हैं, तब परमेश्वर उनका पतन करता और वे नष्ट हो जाते हैं।
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3. When mine enemies H341 are turned H7725 back H268 , they shall fall H3782 and perish H6 at thy presence H4480 H6440 .
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4. तू सच्चा न्यायकर्ता है। तू अपने सिंहासन पर न्यायकर्ता के रुप में विराजा। तूने मेरे अभियोग की सुनवाई की और मेरा न्याय किया।
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4. For H3588 thou hast maintained H6213 my right H4941 and my cause H1779 ; thou satest H3427 in the throne H3678 judging H8199 right H6664 .
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5. हे यहोवा, तूने उन शत्रुओं को कठोर झिड़की दी और हे यहोवा, तूने उन दुष्टों को नष्ट किया। उनके नाम तूने जीवितों की सूची से सदा सर्वदा के लिये मिटा दिये।
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5. Thou hast rebuked H1605 the heathen H1471 , thou hast destroyed H6 the wicked H7563 , thou hast put out H4229 their name H8034 forever H5769 and ever H5703 .
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6. शत्रु नष्ट हो गया है! हे यहोवा, तूने उनके नगर मिटा दिये हैं! उनके भवन अब खण्डहर मात्र रह गये हैं। उन बुरे व्यक्तियों की हमें याद तक दिलाने को कुछ भी नहीं बचा है।
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6. O thou enemy H341 , destructions H2723 are come to a perpetual end H8552 H5331 : and thou hast destroyed H5428 cities H5892 ; their memorial H2143 is perished H6 with them H1992 .
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7. किन्तु यहोवा, तेरा शासन अविनाशी है। यहोवा ने अपने राज्य को शक्तिशाली बनाया। उसने जग में न्याय लाने के लिये यह किया।
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7. But the LORD H3068 shall endure H3427 forever H5769 : he hath prepared H3559 his throne H3678 for judgment H4941 .
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8. यहोवा धरती के सब मनुष्यों का निष्पक्ष होकर न्याय करता है। यहोवा सभी जातियों का पक्षपात रहित न्याय करता है।
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8. And he H1931 shall judge H8199 the world H8398 in righteousness H6664 , he shall minister judgment H1777 to the people H3816 in uprightness H4339 .
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9. यहोवा दलितों और शोषितों का शरणस्थल है। विपदा के समय वह एक सुदृढ़ गढ़ है।
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9. The LORD H3068 also will be H1961 a refuge H4869 for the oppressed H1790 , a refuge H4869 in times H6256 of trouble H6869 .
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10. जो तुझ पर भरोसा रखते, तेरा नाम जानते हैं। हे यहोवा, यदि कोई जन तेरे द्वार पर आ जाये तो बिना सहायता पाये कोई नहीं लौटता।
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10. And they that know H3045 thy name H8034 will put their trust H982 in thee: for H3588 thou, LORD H3068 , hast not H3808 forsaken H5800 them that seek H1875 thee.
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11. अरे ओ सिय्योन के निवासियों, यहोवा के गीत गाओ जो सिय्योन में विराजता है। सभी जातियों को उन बातों के विषय में बताओ जो बड़ी बातें यहोवा ने की हैं।
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11. Sing praises H2167 to the LORD H3068 , which dwelleth H3427 in Zion H6726 : declare H5046 among the people H5971 his doings H5949 .
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12. जो लोग यहोवा से न्याय माँगने गये, उसने उनकी सुधि ली। जिन दीनों ने उसे सहायता के लिये पुकारा, उनको यहोवा ने कभी भी नहीं बिसारा।
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12. When H3588 he maketh inquisition H1875 for blood H1818 , he remembereth H2142 them : he forgetteth H7911 not H3808 the cry H6818 of the humble H6035 .
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13. यहोवा की स्तुति मैंने गायी है: “हे यहोवा, मुझ पर दया कर। देख, किस प्रकार मेरे शत्रु मुझे दु:ख देते हैं। ‘मृत्यु के द्वार’ से तू मुझको बचा ले।
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13. Have mercy H2603 upon me , O LORD H3068 ; consider H7200 my trouble H6040 which I suffer of them that hate H4480 H8130 me , thou that liftest me up H7311 from the gates H4480 H8179 of death H4194 :
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14. जिससे यहोवा यरूशलेम के फाटक पर मैं तेरी स्तुति गीत गा सकूँ। मैं अति प्रसन्न होऊँगा क्योंकि तूने मुझको बचा लिया।”
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14. That H4616 I may show forth H5608 all H3605 thy praise H8416 in the gates H8179 of the daughter H1323 of Zion H6726 : I will rejoice H1523 in thy salvation H3444 .
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15. अन्य जातियों ने गके खोदे ताकि लोग उनमें गिर जायें किन्तु वे अपने ही खोदे गके में स्वयं समा जायेंगे। दुष्ट जन ने जाल छिपा छिपा कर बिछाया, ताकि वे उसमें दूसरे लोगों को फँसा ले। किन्तु उनमें उनके ही पाँव फँस गये।
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15. The heathen H1471 are sunk down H2883 in the pit H7845 that they made H6213 : in the net H7568 which H2098 they hid H2934 is their own foot H7272 taken H3920 .
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16. यहोवा ने जो न्याय किया वह उससे जाना गया कि जो बुरे कर्म करते हैं, वे अपने ही हाथों के किये हुए कामों से जाल में फँस गये।
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16. The LORD H3068 is known H3045 by the judgment H4941 which he executeth H6213 : the wicked H7563 is snared H3369 in the work H6467 of his own hands H3709 . Higgaion H1902 . Selah H5542 .
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17. वे दुर्जन होते हैं, जो परमेश्वर को भूलते हैं। ऐसे मनुष्य मृत्यु के देश को जायेंगे।
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17. The wicked H7563 shall be turned H7725 into hell H7585 , and all H3605 the nations H1471 that forget H7913 God H430 .
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18. कभी—कभी लगता है जैसे परमेश्वर दुखियों को पीड़ा में भूल जाता है। यह ऐसा लगता जैसे दीन जन आशाहीन हैं। किन्तु परमेश्वर दीनों को सदा—सर्वदा के लिये कभी नहीं भूलता।
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18. For H3588 the needy H34 shall not H3808 always H5331 be forgotten H7911 : the expectation H8615 of the poor H6041 shall not perish H6 forever H5703 .
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19. हे यहोवा, उठ और राष्रों का न्याय कर। कहीं वे न सोच बैठें वे प्रबल शक्तिशाली हैं।
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19. Arise H6965 , O LORD H3068 ; let not H408 man H582 prevail H5810 : let the heathen H1471 be judged H8199 in H5921 thy sight H6440 .
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20. लोगों को पाठ सिखा दे, ताकि वे जान जायें कि वे बस मानव मात्र है। PE
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20. Put H7896 them in fear H4172 , O LORD H3068 : that the nations H1471 may know H3045 themselves H1992 to be but men H582 . Selah H5542 .
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