Bible Books

:

1. हे परमेश्वर, उठ, अपने शत्रु को तितर बितर कर।
उसके सभी शत्रु उसके पास से भाग जायें।
1. To the chief Musician H5329 , A Psalm H4210 or Song H7892 of David H1732 . Let God H430 arise H6965 , let his enemies H341 be scattered H6327 : let them also that hate H8130 him flee H5127 before H4480 H6440 him.
2. जैसे वायु से उड़ाया हुआ धुँआ बिखर जाता है,
वैसे ही तेरे शत्रु बिखर जायें।
जैसे अग्नि में मोम पिघल जाती है,
वैसे ही तेरे शत्रुओं का नाश हो जाये।
2. As smoke H6227 is driven away H5086 , so drive them away H5086 : as wax H1749 melteth H4549 before H4480 H6440 the fire H784 , so let the wicked H7563 perish H6 at the presence H4480 H6440 of God H430 .
3. परमेश्वर के साथ सज्जन सुखी होते हैं, और सज्जन सुखद पल बिताते।
सज्जन अपने आप आनन्द मनाते और स्वयं अति प्रसन्न रहते हैं।
3. But let the righteous H6662 be glad H8055 ; let them rejoice H5970 before H6440 God H430 : yea , let them exceedingly H8057 rejoice H7797 .
4. परमेश्वर के गीत गाओ। उसके नाम का गुणगान करों।
परमेश्वर के निमित राह तैयार करों।
निज रथ पर सवार होकर, वह मरूभूमि पार करता।
याह के नाम का गुण गाओ!
4. Sing H7891 unto God H430 , sing praises H2167 to his name H8034 : extol H5549 him that rideth H7392 upon the heavens H6160 by his name H8034 JAH H3050 , and rejoice H5937 before H6440 him.
5. परमेश्वर अपने पवित्र मन्दिर में,
पिता के समान अनाथों का और विधवाओं का ध्यान रखता है।
5. A father H1 of the fatherless H3490 , and a judge H1781 of the widows H490 , is God H430 in his holy H6944 habitation H4583 .
6. जिसका कोई घर नहीं होता, ऐसे अकेले जन को परमेश्वर घर देता है।
निज भक्तों को परमेश्वर बंधन मुक्त करता है। वे अति प्रसन्न रहते हैं।
किन्तु जो परमेश्वर के विरूद्ध होते, उनको तपती हुयी धरती पर रहना होगा।
6. God H430 setteth H3427 the solitary H3173 in families H1004 : he bringeth out H3318 those which are bound H615 with chains H3574 : but H389 the rebellious H5637 dwell H7931 in a dry H6707 land .
7. हे परमेश्वर, तूने निज भक्तों को मिस्र से निकाला
और मरूभूमि से पैदल ही पार निकाला।
7. O God H430 , when thou wentest forth H3318 before H6440 thy people H5971 , when thou didst march H6805 through the wilderness H3452 ; Selah H5542 :
8. इस्राएल का परमेश्वर जब सिय्योन पर्वत पर आया था,
धरती काँप उठी थी, और आकाश पिघला था।
8. The earth H776 shook H7493 , the heavens H8064 also H637 dropped H5197 at the presence H4480 H6440 of God H430 : even Sinai H5514 itself H2088 was moved at the presence H4480 H6440 of God H430 , the God H430 of Israel H3478 .
9. हे परमेश्वर, वर्षा को तूने भेजा था,
और पुरानी तथा दुर्बल पड़ी धरती को तूने फिर सशक्त किया।
9. Thou , O God H430 , didst send H5130 a plentiful H5071 rain H1653 , whereby thou H859 didst confirm H3559 thine inheritance H5159 , when it was weary H3811 .
10. उसी धरती पर तेरे पशु वापस गये।
हे परमेश्वर, वहाँ के दीन लोगों को तूने उत्तम वस्तुएँ दी।
10. Thy congregation H2416 hath dwelt H3427 therein: thou , O God H430 , hast prepared H3559 of thy goodness H2896 for the poor H6041 .
11. परमेश्वर ने आदेश दिया
और बहुत जन सुसन्देश को सुनाने गये;
11. The Lord H136 gave H5414 the word H562 : great H7227 was the company H6635 of those that published H1319 it .
12. “बलशाली राजाओं की सेनाएं इधर—उधर भाग गयी!
युद्ध से जिन वस्तुओं को सैनिक लातें हैं, उनको घर पर रूकी स्त्रियाँ बाँट लेंगी। जो लोग घर में रूके हैं, वे उस धन को बाँट लेंगे।
12. Kings H4428 of armies H6635 did flee apace H5074 H5074 : and she that tarried H5116 at home H1004 divided H2505 the spoil H7998 .
13. वे चाँदी से मढ़े हुए कबुतर के पंख पायेंगे।
वे सोने से चमकते हुए पंखों को पायेंगे।”
13. Though H518 ye have lain H7901 among H996 the pots H8240 , yet shall ye be as the wings H3671 of a dove H3123 covered H2645 with silver H3701 , and her feathers H84 with yellow H3422 gold H2742 .
14. परमेश्वर ने जब सल्मूल पर्वत पर शत्रु राजाओं को बिखेरा,
तो वे ऐसे छितराये जैसे हिम गिरता है।
14. When the Almighty H7706 scattered H6566 kings H4428 in it , it was white as snow H7949 in Salmon H6756 .
15. बाशान पर्वत, महान पर्वत है,
जिसकी चोटियाँ बहुत सी हैं।
15. The hill H2022 of God H430 is as the hill H2022 of Bashan H1316 ; a high H1386 hill H2022 as the hill H2022 of Bashan H1316 .
16. बाशान पर्वत, तुम क्यों सिय्योन पर्वत को छोटा समझते हो
परमेश्वर उससे प्रेम करता है।
परमेश्वर ने उसे वहाँ सदा रहने के लिए चुना है।
16. Why H4100 leap H7520 ye , ye high H1386 hills H2022 ? this is the hill H2022 which God H430 desireth H2530 to dwell H3427 in; yea H637 , the LORD H3068 will dwell H7931 in it forever H5331 .
17. यहोवा पवित्र पर्वत सिय्योन पर रहा है।
और उसके पीछे उसके लाखों ही रथ हैं
17. The chariots H7393 of God H430 are twenty thousand H7239 , even thousands H505 of angels H8136 : the Lord H136 is among them, as in Sinai H5514 , in the holy H6944 place .
18. वह ऊँचे पर चढ़ गया।
उसने बंदियों कि अगुवाई की;
उसने मनुष्यों से यहाँ तक कि
अपने विरोधियों से भी भेंटे ली।
यहोवा परमेश्वर वाहाँ रहने गया।
18. Thou hast ascended H5927 on high H4791 , thou hast led captivity captive H7617 H7628 : thou hast received H3947 gifts H4979 for men H120 ; yea, for the rebellious H5637 also H637 , that the LORD H3050 God H430 might dwell H7931 among them .
19. यहोवा के गुण गाओ!
वह प्रति दिन हमारी, हमारे संग भार उठाने में सहायता करता है।
परमेश्वर हमारी रक्षा करता है!
19. Blessed H1288 be the Lord H136 , who daily H3117 H3117 loadeth H6006 us with benefits, even the God H410 of our salvation H3444 . Selah H5542 .
20. वह हमारा परमेश्वर है।
वह वही परमेश्वर है जो हमको बचाता है।
हमारा यहोवा परमेश्वर मृत्यु से हमारी रक्षा करता है!
20. He that is our God H410 is the God H410 of salvation H4190 ; and unto GOD H3069 the Lord H136 belong the issues H8444 from death H4194 .
21. परमेश्वर दिखा देगा कि अपने शत्रुओं को उसने हरा दिया है।
ऐसे उन व्यक्तियों को जो उसके विरूद्ध लड़े, वह दण्ड देगा।
21. But H389 God H430 shall wound H4272 the head H7218 of his enemies H341 , and the hairy H8181 scalp H6936 of such a one as goeth on still H1980 in his trespasses H817 .
22. मेरे स्वमी ने कहा, “मैं बाशान से शत्रु को वापस लाऊँगा,
मैं शत्रु को समुद्र की गहराई से वापस लाऊँगा,
22. The Lord H136 said H559 , I will bring again H7725 from Bashan H4480 H1316 , I will bring my people again H7725 from the depths H4480 H4688 of the sea H3220 :
23. ताकि तुम उनके रक्त में विचर सको,
तुम्हारे कुत्ते उनका रक्त चाट जायें।”
23. That H4616 thy foot H7272 may be dipped H4272 in the blood H1818 of thine enemies H4480 H341 , and the tongue H3956 of thy dogs H3611 in the same H4482 .
24. लोग देखते हैं, परमेश्वर को विजय अभियान की अगुवाई करते हुए।
लोग मेरे पवित्र परमेश्वर, मेरे राजा को विजय अभियान का अगुवाई करते देखते हैं।
24. They have seen H7200 thy goings H1979 , O God H430 ; even the goings H1979 of my God H410 , my King H4428 , in the sanctuary H6944 .
25. आग—आगे गायकों की मण्डली चलती है, पीछे—पीछे वादकों की मण्डली रही हैं,
और बीच में कुमारियाँ तम्बूरें बजा रही है।
25. The singers H7891 went before H6923 , the players on instruments H5059 followed after H310 ; among H8432 them were the damsels H5959 playing with timbrels H8608 .
26. परमेश्वर की प्रशंसा महासभा के बीच करो!
इस्राएल के लोगों, तुम यहोवा के गुण गाओ!
26. Bless H1288 ye God H430 in the congregations H4721 , even the Lord H3068 , from the fountain H4480 H4726 of Israel H3478 .
27. छोटा बिन्यामीन उनकी अगुवायी कर रहा है।
यहूदा का बड़ा परीवार वहाँ है।
जबूलून तथा नपताली के नेता वहाँ पर हैं।
27. There H8033 is little H6810 Benjamin H1144 with their ruler H7287 , the princes H8269 of Judah H3063 and their council H7277 , the princes H8269 of Zebulun H2074 , and the princes H8269 of Naphtali H5321 .
28. हे परमेश्वर, हमें निज शक्ति दिखा।
हमें वह निज शक्ति दिखा जिसका उपयोग तूने हमारे लिए बीते हुए काल में किया था।
28. Thy God H430 hath commanded H6680 thy strength H5797 : strengthen H5810 , O God H430 , that which H2098 thou hast wrought H6466 for us.
29. राजा लोग, यरूशलेम में तेरे मन्दिर के लिए
निज सम्पति लायेंगे।
29. Because of thy temple H4480 H1964 at H5921 Jerusalem H3389 shall kings H4428 bring H2986 presents H7862 unto thee.
30. उन “पशुओं” से काम वांछित कराने के लिये निज छड़ी का प्रयोग कर।
उन जातियों के “बैलो” और “गायों” को आज्ञा मानने वालें बना।
तूने जिन राष्ट्रों को युद्ध में हराया
अब तू उनसे चाँदी मंगवा ले।
30. Rebuke H1605 the company H2416 of spearmen H7070 , the multitude H5712 of the bulls H47 , with the calves H5695 of the people H5971 , till every one submit himself H7511 with pieces H7518 of silver H3701 : scatter H967 thou the people H5971 that delight H2654 in war H7128 .
31. तू उनसे मिस्र से धन मँगवा ले।
हे परमेश्वर, तू अपने धन कूश से मँगवा ले।
31. Princes H2831 shall come out H857 of H4480 Egypt H4714 ; Ethiopia H3568 shall soon stretch out H7323 her hands H3027 unto God H430 .
32. धरती के राजाओं, परमेश्वर के लिए गाओं!
हमारे स्वामी के लिए तुम यशगान गाओ!
32. Sing H7891 unto God H430 , ye kingdoms H4467 of the earth H776 ; O sing praises H2167 unto the Lord H136 ; Selah H5542 :
33. परमेश्वर के लिए गाओ! वह रथ पर चढ़कर सनातन आकाशों से निकलता है।
तुम उसके शक्तिशाली स्वर को सुनों!
33. To him that rideth H7392 upon the heavens H8064 of heavens H8064 , which were of old H6924 ; lo H2005 , he doth send out H5414 his voice H6963 , and that a mighty H5797 voice H6963 .
34. इस्राएल का परमेश्वर तुम्हारे किसी भी देवों से अधिक बलशाली है।
वह जो निज भक्तों को सुदृढ़ बनाता।
34. Ascribe H5414 ye strength H5797 unto God H430 : his excellency H1346 is over H5921 Israel H3478 , and his strength H5797 is in the clouds H7834 .
35. परमेश्वर अपने मन्दिर में अदृभुत है।
इस्राएल का परमेश्वर भक्तों को शक्ति और सामर्थ्य देता है। परमेश्वर के गुण गाओ! PE
35. O God H430 , thou art terrible H3372 out of thy holy places H4480 H4720 : the God H410 of Israel H3478 is he H1931 that giveth H5414 strength H5797 and power H8592 unto his people H5971 . Blessed H1288 be God H430 .
Copy Rights © 2023: biblelanguage.in; This is the Non-Profitable Bible Word analytical Website, Mainly for the Indian Languages. :: About Us .::. Contact Us
×

Alert

×